नये संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पीएम मोदी को अहंकारी बताया. जयराम रमेश ने ट्वीट किया और आरोप लगाया कि राष्ट्रपति को संसद भवन के उद्घाटन से वंचित रखा.
'अशोक-अकबर द ग्रेट, मोदी इनॉग्रेट'
जयराम रमेश ने 25 मई को ट्वीट किया और लिखा, कल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रांची में झारखंड उच्च न्यायालय परिसर में देश के सबसे बड़े न्यायिक परिसर का उद्घाटन किया. यह एक व्यक्ति का अहंकार और आत्म-प्रचार की इच्छा है जिसने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को 28 मई को नयी दिल्ली में नये संसद भवन का उद्घाटन करने के संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है.
20 विपक्षी दलों ने किया नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नये संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं. लेकिन इसी बात को लेकर विपक्षी दल बीजेपी और केंद्र पर हमलावर हो गयीं हैं. 20 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर दिया है. सभी दलों ने एक संयुक्त बयान जारी कर बहिष्कार करने का फैसला लिया. विपक्षी दलों की मांग है कि नये संसद भवन का उद्घाटन देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाना चाहिए था.
कांग्रेस सहित इन पार्टियों ने किया बहिष्कार
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी(आप), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने उद्घाटन समारोह का संयुक्त रूप से बहिष्कार करने की घोषणा की है. समारोह का संयुक्त रूप से बहिष्कार करने वाले दलों में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कषगम (एमडीएमके) और राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल हैं. इनके अलावा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है.