शिलांग : नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोनराड के संगमा ने सोमवार को कहा कि सरकार बनाने वाले नए गठबंधन का नाम मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस 2.0 (एमडीए 2.0) रखा जाएगा, जिसके अध्यक्ष वे खुद होंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में गठित सरकार के मंत्रिमंडल में एनपीपी के आठ, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के दो और भाजपा और हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) से एक-एक विधायक शामिल किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मेघालय में 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत चार गारो हिल्स क्षेत्र और आठ खासी-जैंतिया हिल्स क्षेत्र से शामिल होंगे. मेघालय में एनपीपी के नेतृत्व में सहयोगी दलों की बैठक में यह फैसला किया गया है.
कोनराड संगमा ने कहा कि सहयोग दलों की बैठक के दौरान यह फैसला किया गया है कि गठबंधन को मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस 2.0 के रूप में जाना जाएगा. इसमें भागीदार वही हैं और मुख्यमंत्री गठबंधन के अध्यक्ष होंगे. हालांकि, मेघालय में सरकार बनाने के लिए शुरू हुआ नाटक रविवार को क्षेत्रीय यूडीपी की ओर से एनपीपी-भाजपा गठबंधन को समर्थन देने के साथ समाप्त हो गया. यूडीपी के अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार बनाने के लिए यूडीपी ने एनपीपी को अपना समर्थन दिया है. मेटबाह लिंगदोह ने कहा कि हम (यूडीपी-पीडीएफ) ने एनपीपी को अपना समर्थन दिया है.
एमडीए 2.0 की ताकत बढ़ी
कोनराड संगमा के नेतृत्व वाले गठबंधन एमडीए 2.0 की ताकत अब बढ़कर 45 हो गई है और उनके एनपीपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद 7 मार्च को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए मेघायल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की संभावना है. इससे पहले, भाजपा-एचएसपीडीपी के दो विधायक और दो निर्दलीय विधायकों ने एनपीपी को समर्थन दिया था. शपथ ग्रहण समारोह शिलॉन्ग के राजभवन में होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे.
तुर्रा सीट से जीते कोनराड संगमा
भारत के निर्वाचन आयोग की ओर से दो मार्च को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भाजपा के बर्नार्ड एन मारक के खिलाफ 5,016 के अंतर से दक्षिण तुरा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने गुरुवार को घोषित विधानसभा चुनावों के नतीजों में 11 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, कांग्रेस को कुल पांच सीटों से संतोष करना पड़ा. इसके अलावा, तृणमूल कांग्रेस को भी पांच सीटों पर ही जीत मिली है. इसके साथ ही, भाजपा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट और एचएसपीडीपी को दो-दो सीटों मिलीं. वॉइस ऑफ द पीपुल पार्टी को चार सीटें मिली थीं और दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी. बता दें कि भाजपा और एनपीपी का वर्तमान सरकार में आपसी गठबंधन थी, लेकिन दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं.