LAC: लद्दाख में गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात भारतीय सेना की टुकड़ियों ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. इसके अलावा, सेना के जवानों ने पैंगोंग झील पर हाफ मैराथन जैसी गतिविधियां कीं. भारतीय सेना के जवानों ने एलएसी के आस-पास के इलाकों में घोड़ों एवं खच्चरों से सर्वेक्षण किया. इंडियन आर्मी की ओर से तस्वीरें जारी की गई है, जिसमें जवानों को पूर्वी लद्दाख में क्रिकेट खेलते देखा जा सकता है. बताते चलें कि पूर्वी लद्दाख चीन और भारत के बीच मई, 2020 से टकराव का केंद्र रहा है. इस टकराव की वजह से दोनों देशों में तनाव भी पैदा हुआ है.
इंडियन आर्मी का ट्वीट, हम असंभव को संभव बनाते हैं
लेह से ऑपरेट करने वाली इंडियन आर्मी की 14 कॉर्प्स ने ट्वीट किया है, पटियाला ब्रिगेड, त्रिशूल डिवीजन ने शून्य से नीचे तापमान में अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में पूरे उत्साह और जोश के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन किया. हम असंभव को संभव बनाते हैं. हालांकि, भारत की सेना ने उस एरिया का खुलासा नहीं किया है, जहां इंडियन आर्मी के जवान क्रिकेट खेल रहे हैं. लेकिन, इंडिया टुडे जिओ ने मैप के जरिए स्थान को खोज निकाला है. जहां भारतीय सेना के जवान क्रिकेट खेल रहे हैं. बताया जा रहा है कि वो जगह पेट्रोल प्वाइंट 14 से लगभग चार किलोमीटर दूर है.
जून 2020 में चीनी सेना ने भारत के जवानों के साथ किया था विश्वासघात
बताते चलें कि पेट्रोल प्वाइंट-14 वही जगह हैं, जहां जून 2020 में चीनी सेना ने भारत के जवानों पर विश्वासघात कर हमला किया था. इस हमले में बीस भारतीय जवान शहीद हो गए थे. वहीं, चीन ने काफी समय बाद माना कि उसके भी पांच जवान मारे गए. बता दें कि जिस स्थान पर भारतीय सेना क्रिकेट खेल रही है वह स्थान भारत और चीन की ओर से आमने-सामने के टकराव से बचने के लिए बनाए गए बफर जोन से अच्छी खासी दूरी पर है. दोनों देशों की सेनाओं से टकराव से बचने के लिए अपने अपने पोजिशन से 1.5 किलोमीटर पीछे हटने का फैसला किया और ये स्थान बफर जोन में तब्दील हो गया है. भारतीय सेना ने इस क्षेत्र में पहला कैंप 700 मीटर पीछे हटकर बनाया है. इसके बाद, भारत की सेना का कैंप नंबर-2 और कैंप नंबर-3 है. ये कैंप लगभग समान दूरी पर मौजूद हैं, ताकि चीन की हर गतिविधियों पर निगाह रखी जा सके.