Pampore Encounter: जम्मू-कश्मीर के पोटगामपोरा इलाके में एक मुठभेड़ के दौरान आतंकियों द्वारा मस्जिद के कथित इस्तेमाल के विरोध में पुलवामा के स्थानीय लोगों ने शुक्रवार देर रात विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने एक लंबा कैंडललाइट मार्च निकाला. सेना के एक अधिकारी ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों द्वारा मस्जिद के इस्तेमाल और इसकी पवित्रता को बदनाम करने की निंदा की.
आतंकी गतिविधियों के लिए मस्जिद के इस्तेमाल के खिलाफ लोगों का विरोध प्रदर्शन
सेना के बयान के अनुसार, सोमवार को मुठभेड़ के दौरान द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े आतंकवादी पंपोर इलाके की एक मस्जिद के अंदर छिपे हुए थे. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया. जिनमें से एक हाल ही में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या में शामिल था. वहीं, सेना के इस आपरेशन में सिपाही पवन ने अपनी जान गंवा दी थी. सेना ने अपने बयान में कहा कि भारी बारिश के बावजूद पोटगामपोरा के निवासियों ने बड़ी संख्या में कैंडललाइट मार्च निकाला. लोगों ने आतंकी गतिविधियों के लिए जामिया मस्जिद के इस्तेमाल के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज किया.
स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना के प्रयासों को स्वीकारा
स्थानीय लोगों ने आपरेशन के दौरान शहीद हुए बहादुर सैनिक पवन के प्रति सम्मान व्यक्त करने के साथ ही मस्जिद की पवित्रता को बनाए रखने और खुद के लिए खतरे के बावजूद नागरिक जीवन को बचाने में भारतीय सेना के प्रयासों को स्वीकार किया. इस संबंध में रक्षा पीआरओ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मस्जिद की पवित्रता को बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों ने उसे बंद कर दिया था और आतंकियों से सरेंडर करने की अपील की थी. हालांकि, आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध फायरिंग की. वहीं, सुरक्षा बलों ने अत्यंत संयम का परिचय दिया और मस्जिद के अंदर प्रार्थना कर रहे नागरिकों को बाहर निकाल लिया था.
सोमवार को हुई थी मुठभेड़
सेना की ओर से दावा किया गया कि विरोध एक बदले हुए माहौल का संकेत देता है, जिसमें स्थानीय लोग हिंसा से परहेज कर रहे हैं और समाज के उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं, जो अपने फायदे के लिए शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि सोमवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की ओर से की गई गोलीबारी में एक आतंकवादी की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, दूसरा आतंकवादी भाग गया और बगल की एक इमारत में छिप गया. बाद में कई घंटों तक चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दूसरे आतंकवादी को भी मार गिराया. साथ ही इमारत के अंदर फंसे सभी नागरिकों को भी निकाल लिया.