Himanta Biswa Sarma: भाषा विवाद में उतरे हिमंत बिस्वा सरमा, ममता को दिया करारा जवाब

Himanta Biswa Sarma: असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को अपने बयान में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के लगाए आरोपों का जवाब दिया है. सरमा ने कहा कि 'यह लड़ाई अनियंत्रित मुस्लिम घुसपैठ के खिलाफ है, न कि भारत के नागरिकों के.'

By Anjali Pandey | July 19, 2025 5:14 PM

Himanta Biswa Sarma: ममता बनर्जी ने बीजेपी पर विभाजनकारी एजेंडा अपनाने का आरोप लगाया था, जिसपर जवाब देते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि अनियंत्रित मुस्लिम घुसपैठ के कारण हिंदुओं का अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक होने का खतरा बना हुआ है. ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बंगाली भाषा बोलने वाले लोगों के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया था. इसपर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि ‘हम लोगों को भाषा के आधार पर नहीं बांटते हैं. असमिया, बांग्ला, बोडो, हिंदी सभी भाषाएं और समुदाय एक साथ चलती आ रही हैं.’

ममता वोटबैंक की राजनीति कर रही हैं – हिमंत बिस्वा सरमा

सीएम हिमंत ने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा है कि ‘ममता बनर्जी की सीमा घुसपैठ पर चुप्पी यह इशारा करती है कि उन्हें राष्ट्रीय अखंडता की बिल्कुल चिंता नहीं है. बंगाल के भविष्य के साथ समझौता कर वह अवैध अतिक्रमण को बढ़ावा दे रही हैं. एक धार्मिक समुदाय का तुष्टीकरण कर वह केवल अपने वोटबैंक को भरना चाह रही हैं ताकि वह सत्ता में बनी रहें.’

सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर क्या लगाए आरोप?

सीएम ममता ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर यह आरोप लगाया था कि बीजेपी की विभाजनकारी एजेंडा सारी हदें पार कर चुकी है. पोस्ट में उन्होंने बांग्ला को असम की भी दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बताया. लिखा कि नागरिकों को उनकी अपनी मातृभाषा को जिंदा रखने के लिए उत्पीड़न की धमकी देना भेदभावपूर्ण और असंवैधानिक है. ममता बनर्जी का यह बयान बीते दिनों सिलीगुड़ी में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद आया. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITMC) के कार्यकर्ता संघ भारतीय राष्ट्रीय तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTTUC) ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ कड़ा प्रदर्शन किया था. आरोप यह लगाया जा रहा था कि कई भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासियों का उत्पीड़न कर उन्हें पीछे धकेला जा रहा है.