नई दिल्ली: ED ने शुक्रवार को बताया कि उसने ‘चीन द्वारा नियंत्रित' ऋण देने वाले मोबाइल एप्लीकेशन से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत गुजरात की एक कंपनी पर छापा मारकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.एजेंसी ने बताया कि इस दौरान 25 लाख रुपये नकद तथा 10 करोड़ रुपये मूल्य के हीरे और सोना बरामद किया है.
मनी लॉन्ड्रिंग और ठगी से जुड़ा है मामला
जांच एजेंसी ने बताया कि, सागर डायमंड्स लिमिटेड, आरएचसी ग्लोबल एक्सपोर्टस लिमिटेड, उसके निदेशकों वैभव दीपक शाह और उनके सहयोगियों के सूरत, अहमदाबाद और मुंबई स्थित 14 ठिकानों की तलाशी ली गयी. यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत ‘पावर बैंक ऐप' (मोबाइल एप्लीकेशन) के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले से जुड़ी है. इस ऐप से कथित रूप से हजारों आम लोगों से ठगी की गई है.
ऐप की मदद से की गई धोखाधड़ी
ईडी ने बताया कि, ऋण देने वाले इस ऐप का संचालन ‘‘चीनी नागरिकों द्वारा भारत में मौजूद उनके सहयोगियों वैभव दीपक शाह और सागर डायमंड्स लिमिटेड की मदद से किया जा रहा था.'' एजेंसी ने दावा किया है कि ऐप की मदद से की गई इस कथित धोखाधड़ी से से मिला धन BSE बीएसई में सूचीबद्ध कंपनी सागर डायमंड्स लिमिटेड और अन्य के पास गया.
फर्जी आयात दिखाकर धन विदेश भेजने का आरोप
जांच एजेंसी ने कहा, ‘‘सूरत सेज में स्थित कई निर्माण कंपनियों की इकाइयां हीरों, बहुमूल्य पत्थरों और अन्य कीमती धातुओं के आयात/निर्यात में कीमतों को बहुत ज्यादा बढ़ा-चढ़ा कर दिखाने में शामिल हैं और फर्जी आयात दिखाकर धन विदेश भेज रहे हैं.'' एजेंसी ने कहा, ‘‘तलाशी के दौरान पता चला कि बहीखाते में हजारों करोड़ रुपये कीमत के शेयर दिखाए गए हैं और पता चला की उनक कीमतें बहुत ज्यादा बढ़ा-चढ़ा कर दिखायी गयी हैं, जबकि वास्तविक कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है.''
मामले मे 3 लोग गिरफ्तार
एजेंसी ने बताया कि सिंथेटिक मूंगा को भी बहुमूल्य पत्थरों के रूप में दिखाया गया था.एजेंसी ने कहा कि तलाशी के दौरान 25 लाख रुपये नकद, 10 करोड़ रुपये कीमत के हीरे, सोना और अन्य कीमती वस्तुएं , डिजिटल उपकरण, ‘फर्जी' आयात/निर्यात से जुड़े दस्तावेज मिले. ईडी ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं