नयी दिल्ली : कई माह तक चली अटकलों के बाद सपा से निष्कासित नेता अमर सिंह एवं जयाप्रदा आज अजीत सिंह नीत राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गये.
सिंह को फतेहपुर से लोकसभा चुनाव का टिकट दिए जाने के संकेत दिये गये हैं जबकि जयाप्रदा बिजनौर से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं. रालोद प्रमुख अजीत सिंह के आवास सह कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमर सिंह ने कहा कि वह चुनावी राजनीति के कारण रालोद में शामिल नहीं हो रहे हैं.
उन्होंने कहा, मैंने और जयाप्रदा ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1000 किमी की पदयात्रा की जबकि मेरे दोनों गुर्दे नाकाम हो रहे हैं. अमर सिंह ने कहा, मुझे महसूस हुआ कि उप्र का विकास इसका विभाजन किये बिना नहीं हो सकता. अजीत सिंह ने हरित प्रदेश का हमेशा समर्थन किया है जो बहुत महत्वपूर्ण है.
अजीत सिंह में पूर्वांचल, बुंदेलखंड एवं हरित प्रदेश जैसे राज्यों के गठन को लेकर जिस प्रकार की स्पष्टता है उसका प्रमुख दलों के नेताओं में अभाव है. फिल्मों से राजनीति में आयी जयाप्रदा ने कहा कि अजीत सिंह ने हमेशा उनको एवं अमर सिंह को सहयोग दिया है तथा वे पार्टी को मजूबत करने के लिए सब कुछ करेंगे. अमर सिंह से जब यह सवाल किया गया कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के पक्ष में लहर होने के बावजूद वह नरेन्द्र मोदी विरोधी गठजोड़ में शामिल क्यों हो रहे हैं,
उन्होंने कहा, हमारी नरेंद्र मोदी या भाजपा से कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. राजनाथ भी मेरे मित्र हैं. उन्होंने कहा, राजनीति में वैचारिक मतभेद होते हैं. क्या यह कोई गैंग वार है.