नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 2019 के आम चुनाव का अभी ही खाका खींचकर तैयार कर लिया है. सोमवार की आधी रात तक एनडीए के 33 दलों की चली बैठक में यह फैसला कर लिया गया है कि आगामी 2019 का आम चुनाव भी पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही लड़ा जायेगा. हालांकि, भाजपा के नेतृत्व में हुई एनडीए की बैठक में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी चर्चा की गयी है, लेकिन इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 2019 के आम चुनाव को लेकर गठबंधन के सभी दलों की आम सहमति बनाना है और नेतृत्व तय करना था.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2014 के चुनाव में ‘सबका साथ, सबका विकास’ के अभियान के साथ एनडीए की बैठक में सहयोगियों की अगुआई खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कर रहे थे. सूत्र बताते हैं कि एनडीए की इस बैठक के पहले भाजपा कार्यसमिति के लोगों की एक और बैठक आहुत की गयी थी, जिसमें एनडीए के 33 दलों के साथ होने वाली बातचीत का खाका खींच लिया गया था. बताया जा रहा है कि इस बैठक में एनडीए में शामिल शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे को शामिल किया गया था और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ करीब दस मिनट तक बातचीत की गयी.
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के गठबंधन में मतभेदों को दूर करने पर चर्चा हुई. एनडीए बैठक में इस बार 33 दल शामिल हुए. ये एनडीए की अब तक की सबसे बड़ी बैठक है. एनडीए बैठक में प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें 2019 का चुनाव मोदी के नेतृत्व में लड़ने की बात कही गयी. भारत के राजनिटिक चुनावी इतिहास में अब तक ऐसा नहीं हुआ कि चुनाव के दो साल पहले ही किसी गठबंधन ने अपना नेतृत्व चुनाव के लिए तय कर लिया हो, लेकिन एनडीए के 33 दलो ने 2019 का चुनाव मोदी के नेतृत्व में लड़ना तय किया है.