रेलवे राजधानी एक्सप्रेस, हमसफर और तेजस एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में एक आधुनिक, उच्च स्तरीय अग्नि संसूचन एवं प्रतिक्रिया प्रणाली लगायेगा. इस प्रणाली के लग जाने के बाद यदि ट्रेन में आग से जुड़ी कोई दुर्घटना होती है, तो एक तय स्तर से ज्यादा धुंआ उठने पर ब्रेक अपने आप लग जायेंगे और ट्रेन रुक जायेगी. इसके बाद प्रभावित बोगी में घोषणा हो जायेगी और हूटर बजने लगेंगे.
ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाते हुए रेलवे उन सभी एसी बोगियों को अर्ली फायर डिटेक्शन वार्निंग सिस्टम से लैस करेगा, जिनका इस्तेमाल रात भर के सफर के लिए किया जाता है. इसके अलावा सभी पावर कारों, पैंटरी कारों, विशेष सेवाओं के लोकोमोटिव को भी हाई-प्रेशर, वॉटर-मिस्ट फायर सप्रेशन सिस्टम से लैस किया जायेगा, ताकि आग लगने की स्थिति में महंगे उपकरणों को बचाया जा सके.
रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि आग लगने से जुड़ी सूचना के पूर्व में ही मिल जाने पर अफरा-तफरी का माहौल टाला जा सकता है. जान-माल के नुकसान को रोका जा सकता है. सभी बोगी में लगी अर्ली फायर डिटेक्शन वार्निंग सिस्टम को पावर कार में मौजूद केंद्रीय निरीक्षण तंत्र से जोड़ा जायेगा, जहां कर्मचारी मौजूद होंगे. पारंपरिक धुंआ संसूचन प्रणाली से यह काफी अच्छी है.
सीएमएस की स्क्रीन पर दिखेंगी सभी बोगी
केंद्रीय निरीक्षण तंत्र (सीएमएस) की स्क्रीन पर सभी बोिगयों की मूल पहचान संख्या दिखायी देगी. इसके अलावा अलार्म का स्तर और धुंए के स्तर का चित्रण दिखायी देगा. इसे जरूरतों के मुताबिक प्रोग्राम किया जा रहा है. यदि किसी बोगी में धुंए का स्तर बढ़ता है, तो सीएमएस में फ्लैशर लाइट जल जायेगी और तकनीकी कर्मियों को पता चल जायेगा कि कौन-सी बोगी प्रभावित हो सकती है. इन कर्मियों को यह जांचना होगा कि क्या वाकई उस बोगी में आग लगने की आशंका है?
55 सेकंड में यात्रियों को मिलेगी सूचना
यदि धुंए का स्तर और बढ़ कर स्तर-2 तक पहुंच जाता है, तो प्रभावित बोगी में फ्लैशर लाइट जल जायेगी और सीएमएस में फ्लैशर लाइट के साथ हूटर बजने लगेगा. वहीं, यदि धुंए का स्तर बढ़ कर स्तर-3 तक पहुंचता है, तो स्वत: ही ब्रेक लग जायेंगे. हूटर के बाद प्रभावित बोगी में 55 सेकंड के बाद घोषणा हो जायेगी. प्रभावित बोगी में होनेवाली यह घोषणा यात्रियों को बतायेगी कि इस बोगी में आग लगने की आशंका है. यह बतायेगी कि ब्रेक लगा दिये गये हैं और गाड़ी रुक जायेगी. यात्रियों को घबराने की जरूरत नहीं है.