नयी दिल्ली : भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने बुधवार को आरोप लगाया है कि उन्हें जामिया विश्वविद्यालय के सेमीनार में तीन तलाक के मसले पर बोलने की अनुमति नहीं थी. शाजिया का आरोप है कि देश के प्रतिष्ठित जामिया विश्वविद्यालय में उन्हें बोलने से रोका गया है. उनका आरोप है कि उन्हें जामिया विश्वविद्यालय में तीन तलाक पर एक लेक्चर देने जाना था, लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति की ओर से कहा गया कि शाजिया के वहां आने से माहौल खराब हो जायेगा.
BJP leader Shazia Ilmi claims she was not allowed to speak at a seminar in Jamia University on the issue of Triple Talaq pic.twitter.com/wGvGtYAdYC
— ANI (@ANI) March 1, 2017
भाजपा नेता शाजिया ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजक मुझे बुलाना चाहते थे, लेकिन दबाव की वजह से मुझे नहीं बुलाया गया. उन्होंने कहा कि उमर खालिद, शहला को देश के टुकड़े करने की आजादी है, लेकिन शाजिया इल्मी ने कांग्रेस का भ्रष्टाचार उजागर किया और भाजपा का साथ दिया इसलिए उन्हें बोलने की आजादी नहीं दी गयी.
आम आदमी पार्टी से भाजपा में शामिल होने वाली शाजिया इल्मी ने कहा कि एबीवीपी पर हिंसा और मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन स्थिति इसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि मैं जामिया की पूर्व छात्रा हूं और मेरा ट्रेक रिकॉर्ड बहुत अच्छा है. ऐसे में, मेरे जामिया जाने से किसे और क्यों दिक्कत हो रही है. शाजिया का आरोप है कि वे भाजपा की नेता हैं. इसी वजह से उन्हें जामिया में बोलने से रोका गया. उन्होंने कहा कि जो लोग अभिव्यक्ति की आजादी के बात करते हैं, अब वे मेरी अभिव्यक्ति के छीने जाने पर चुप क्यों हैं.