रायपुर : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में मारे गए लोगों के परिवार को राष्ट्रीय राहत कोष से पांच.पांच लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर कल छत्तीसगढ़ में हुए हमले को दुखद करार देते हुए आज यहां कहा कि भारत कभी भी नक्सली ताकतों के सामने नहीं झुकेगा. मनमोहन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमले में मारे गए कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों को आज यहां श्रद्धांजलि दी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक दुखद घटना है जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और वरिष्ठ पार्टी नेता महेंद्र कर्मा सहित अन्य नेता शहीद हुए हैं. उन्होंने बहादुरी से शहादत दी है. वे ऐसी ताकतों के सामने नहीं झुके. मनमोहन ने कहा कि भारत कभी भी नक्सली ताकतों के सामने नहीं झुकेगा.
एकजुट होकर किया जा रहाहैमुकाबला
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि नक्सल हिंसा भारतीय लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है और केंद्र सरकार तथा सभी प्रभावित राज्य सरकारें एक साथ मिलकर इसका मुकाबला कर रही हैं.प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज यहां रायपुर स्थित रामकृष्ण केयर अस्पताल पहुंचकर बस्तर जिले में कल हुए नक्सली हमले में घायल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान सिंह ने कहा कि नक्सल हिंसा भारतीय लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है और केंद्र सरकार तथा सभी प्रभावित राज्य सरकारें एक साथ मिलकर इसका मुकाबला कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ शासन को नक्सल हिंसा से निपटने के लिए हर संभव सहयोग देगी.
सिंह ने सभी नागरिकों से तमाम राजनीतिक और वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर नक्सल हिंसा के खिलाफ एकजुट रहने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि बस्तर की इस गंभीर घटना से हम सब अत्यंत दुखी हैं. प्रत्येक नागरिक को इस नाजुक समय में धैर्य और संयम बनाए रखने की जरुरत है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह एक ऐसी शर्मनाक और अमानवीय घटना है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चरणदास महंत और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे.
इसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां के गांधी मैदान में स्थित कांग्रेस भवन गए तथा हमले में मारे गए नेताओं को श्रध्दांजलि अर्पित की. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने इसके बाद हमले में मारे गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के आवास में उनके परिजनों से मुलाकात की. बाद में यहां राजभवन में प्रधानमंत्री ने एक समीक्षा बैठक ली जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यपाल शेखर दत्त, मुख्यमंत्री रमन सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि मामले की जांच होगी. जहां कही भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. यदि केंद्रीय बलों की गलती सामने आएगी तो उसमें सुधार किया जायेगा. यदि राज्य प्रशासन में कमजोरी है तो उम्मीद है कि उसमें सुधार लाया जाएगा. राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा कि अभी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है. वह इसे राजनैतिक मोड़ नहीं देना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि इस मामले में चूक तो हुई है क्योंकि यदि चूक नहीं होती तो इतने लोगों की जानें नहीं जाती. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सलियों ने शनिवार को कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार और नंद कुमार पटेल के पुत्र दिनेश पटेल समेत 27 लोगों की मौत हो गई तथा 32 अन्य घायल हो गए हैं.
वायुसेना ने बचाव कार्य में पांच हेलीकॉप्टर लगाए
भारतीय वायुसेना ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम पर कल हुए नक्सली हमले में हताहत हुए लोगों को लाने-ले जाने के लिए अपने पांच हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं. वायुसेना के हेलीकॉप्टर 11 घायलों को इलाज के लिए रायपुर लेकर गए. इलाहाबाद स्थित वायुसेना के केंद्रीय कमान की ओर से जारी एक बयान में वायुसेना ने कहा, ‘‘रात के वक्त जख्मी लोगों को इलाज के लिए भेजने में राज्य प्रशासन की मदद कर वायुसेना ने काफी सक्रिय भूमिका निभायी है.’’
वायुसेना ने बचाव अभियान के लिए जगदलपुर में तीन और रायपुर में दो हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं. बयान में बताया गया कि नक्सली हमले में बुरी तरह जख्मी हुए कांग्रेस नेता विद्या चरण शुक्ल को अस्पताल ले जाने में वायुसेना के हेलीकॉप्टर का ही इस्तेमाल किया गया था.
छत्तीसगढ़ में हाई अलर्ट-नक्सली हमले के मद्देनजर मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ राज्य से सटे इलाकों सहित नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस ने ‘हाई अलर्ट’ जारी कर दिया है.प्रदेश पुलिस के खुफिया प्रमुख विवेक जौहरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ से सटे और नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. जौहरी ने बताया कि सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी) को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है, ताकि नक्सली प्रदेश की सीमा में घुस नहीं सके.
विद्या चरण शुक्ल गुड़गांव अस्पताल लाए गए- छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर कल हुए माओवादी हमले में घायल वरिष्ठ पार्टी नेता विद्याचरण शुक्ल को आज रायपुर से एयर एंबुलेंस के जरिए राजधानी के नजदीक स्थित गुड़गांव के एक अस्पताल लाया गया. 84 वर्षीय शुक्ल के शरीर से गोलियां निकालने के लिए कल जगदलपुर में उनका ऑपरेशन किया गया था. हमले में उन्हें तीन गोलियां लगी थीं.छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया समन्वयक विकासविजय बजाज ने रायपुर में कहा, ‘‘मेदांता अस्पताल की एयर एंबुलेंस आज सुबह साढ़े पांच बजे शुक्ल को ले गई. उनकी हालत स्थिर है.’’ कांग्रेस सूत्रों ने दिल्ली में बताया कि शुक्ल को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है.भारी हथियारों से लैस माओवादियों के हमले में कल वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा सहित 27 लोगों की मौत हो गई और 31 अन्य घायल हुए हैं.
मनमोहन ने सोनिया व राहुल के साथ बैठक की
उधर , नयी दिल्ली में हमले के बाद स्थिति पर विचार विमर्श के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक की.सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से फोन पर बात की और खोजबीन अभियान चलाने तथा नक्सलियों से मुकाबले के लिए जरुरी अतिरिक्त बलों को भेजे जाने के बारे में पूछा.केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि वह नक्सल विरोधी छानबीन अभियान चलाने के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को प्रदेश में भेज रहा है.
रमन सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक
रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज हुए नक्सली हमले के बाद हालात की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में आज शाम एक उच्च स्तरीय बैठक शुरु हो गयी जिसमें वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शिरकत कर रहे हैं. मुख्यमंत्री द्वारा रात में ही कैबिनेट की आपात बैठक भी बुलायी गयी है. उधर, हमले के मद्देनजर पूरे छत्तीसगढ़ में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी हंगामा
इस बीच, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर हंगामा किए जाने की खबर है. राजभवन के सामने भी सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की.