भोपाल: वर्ष 2012 में सेना की इकाइयों के दिल्ली की ओर कूच करने को लेकर ताजा विवाद पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने आज कहा कि नौकरशाही ने कुछ कहानी गढ़ने की कोशिश की जबकि यह नियमित अभ्यास था.
अपनी बात के समर्थन में उन्होंने पूर्व डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल ए के चौधरी के बयान का हवाला दिया जिन्हें सेना की टुकड़ियों के कूच करने पर सफाई देने के लिए तत्कालीन रक्षा सचिव ने बुलाया था.सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘डीजीएमओ ने स्पष्ट रुप से कहा है कि यह नियमित अभ्यास था.. उन्हें रात में बुलाया गया था, उन्हें क्यों बुलाया गया था और किस वजह से…. दूसरी तरफ हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि कुछ भी गलत नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अतएव, इसका मतलब है कि नौकरशाही में कुछ कहानी गढ़ी जा रही है.
मैंने पहले ही कहा है कि यह रुग्ण दिमाग की कपोल कल्पना है. ’’ वर्ष 2012 में दिल्ली की ओर सेना की दो इकाइयों के कूच करने पर चौधरी के इस बयान से ताजा विवाद उत्पन्न हो गया है कि इस मुद्दे पर सेना और सरकार के बीच कुछ ‘अविश्वास’ रहा हो.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चौधरी के इस दृष्टिकोण का खंडन किया. चौधरी ने कहा कि सैनिकों का कूच नियमित अभ्यास था और जब उन्होंने सरकार के समक्ष स्थिति स्पष्ट की तब वह तत्काल बात समझ गयी. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उससे पहले या तो गलतफहमी थी या फिर अविश्वास हो सकता है.’’