नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज लोकसभा में कहा कि तेलंगाना विधेयक के पारित होने से संकेत मिलता है कि ये देश ‘मुश्किल’ फैसले ले सकता है. पंद्रहवीं लोकसभा के अंतिम दिन अपनी समापन टिप्पणी में सिंह ने कहा कि जिस ढंग से तेलंगाना विधेयक पारित हुआ, उससे पता चलता है कि ये देश मुश्किल फैसले लेने में सक्षम है.
अन्य दिनों की तरह कार्यवाही में बाधा और नारेबाजी की बजाय सदन में आज पूरी समरसता, भाईचारा और प्रेम भाव देखने को मिला. प्रधानमंत्री, नेता सदन सुशील कुमार शिन्दे, नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और कुछ अन्य पार्टी नेताओं ने एक दूसरे की तारीफों के कसीदे पढे. सिंह ने उम्मीद जतायी कि देश को नये रास्तों पर आगे ले जाने के लिए आम सहमति की एक नई भावना उभरी है. साथ ही कहा कि इस कहासुनी और तनाव वाले माहौल से उम्मीद का एक नया माहौल उभरेगा.
पिछले दस साल से प्रधानमंत्री का पदभार संभाल रहे सिंह ऐलान कर चुके हैं कि वह तीसरी बार ये पद नहीं संभालेंगे. उन्होंने कहा कि जनता को अब आगामी चुनावों में सरकार के प्रदर्शन, कमजोरियों और उपलब्धियों को आंकने का मौका मिलेगा.उन्होंने नेता सदन शिन्दे और नेता प्रतिपक्ष सुषमा की भूमिका की भी सराहना की.
सिंह ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि 60 साल से लंबित चली आ रही तेलंगाना की मांग को इस लोकसभा ने अंतत: पूरा कर दिखाया और अब तेलंगाना ने रोशनी देखी है. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा विधेयक ने उन लोगों में उम्मीदें जगायी हैं, जो वंचित और असहाय हैं. साथ ही इसने किसानों में अधिक उत्पादन करने का हौसला बढाया है.