नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय द्वारा राजीव गांधी हत्याकांड के तीन दोषियों की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील किये जाने की पृष्ठभूमि में केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने आज कहा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी पर लटकाना ‘पूरी तरह अनुचित’ था.
नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने गुरु को फांसी पर लटकाने का फैसला लेने से पहले उनकी पार्टी से सलाह-मशविरा नहीं किया था. उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्होंने कभी हमसे नहीं पूछा, उन्होंने कभी हमें नहीं बताया, उन्होंने बस उसे फांसी दे दी.
यह पूरी तरह अनुचित था.’’ राजीव गांधी हत्याकांड के तीन दोषियों की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले की तारीफ करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सरकारी देरी हो या अन्य कोई वजह, आप उन्हें फांसी पर क्यों लटकाते हैं. मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए और उम्रकैद सही है.’’