नयी दिल्ली: लोकसभा में जैसा नजारा आज था , वैसा शायद ही पहले कभी देखने को मिला हो. वित्त मंत्री पी चिदम्बरम अंतरिम आम बजट पेश कर रहे थे और उधर उनकी ही अपनी सरकार के कैबिनेट मंत्री और सदस्य आसन के समक्ष नारेबाजी कर बजट पेश किए जाने में व्यवधान पैदा कर रहे थे.
तेलंगाना मुद्दे पर भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच चिदम्बरम ने संप्रग दो सरकार का अंतिम और वर्ष 2014 15 का अंतरिम आम बजट पेश किया. लेकिन बजट भाषण के शुरुआत के थोड़ी ही देर बाद वित्त मंत्री इस बात पर अड़ गए कि जब तक हंगामा और नारेबाजी नहीं थमेगी, वह बजट भाषण आगे नहीं पढ़ेंगे.सदन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और अन्य पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं एवं सदस्यों की मौजूदगी के बीच तेलंगाना मुद्दे पर सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी के ही सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए.
आसन के समक्ष आने वाले कांग्रेसी सदस्यों में कुछ केंद्रीय मंत्री डी पुरंदेश्वरी, आर एस राव, चिरंजीवी और पल्लम राजू भी थे. केंद्रीय मंत्री शांतिपूर्वक खड़े होकर अपना विरोध जता रहे थे तो वहीं पार्टी सदस्य बापी राजू कानूमुरी और जी वी हर्ष कुमार आसन के समक्ष "आंध्र प्रदेश बचाओ" के बैनर लिए खड़े हो गए.अन्नाद्रमुक सदस्य भी किसी मुद्दे को लेकर आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे और माकपा सदस्य बासुदेव आचार्य की अगुवाई में वाम सदस्य भी कोई मुद्दा उठा रहे थे. सपा के शैलेन्द्र कुमार भी कुछ कहना चाहते थे.उनकी अगुवाई में उनकी पार्टी के सदस्य आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे थे.