हैदराबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहतर प्रशिक्षण के जरिये पुलिस में गुणात्मक बदलाव का आह्वान किया और लगातार बेहतर होते रहने के लिए तकनीक एवं मानव संपर्क के महत्व को रेखांकित किया.उन्होंने यहां राज्य पुलिस प्रमुखों के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण के दौरान पुलिस को ज्यादा संवेदनशील बनाने पर जोर दिया और कहा कि मानव मनोविज्ञान एवं व्यवहारगत मनोविज्ञान प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण हिस्से होने चाहिएं. प्रधानमंत्री ने मोबाइल ऐप ‘इंडियन पुलिस एट योर कॉल’ की भी शुरुआत की और इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल दिए.
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार मोदी ने ‘‘सामूहिक प्रशिक्षण प्रयास के जरिये पुलिस बल में गुणात्मक बदलाव का आह्वान किया.’ उन्होंने कहा कि पुलिस बल को लगातार बेहतर होते रहने के लिए तकनीक एवं मानव संपर्क दोनों महत्वपूर्ण हैं.मोदी ने प्रशिक्षण को लेकर कहा कि पुलिसकर्मियों में संवेदनशीलता का विकास जरुरी है और यह उनके प्रशिक्षण अभ्यास का हिस्सा होना चाहिए.उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव मनोविज्ञान एवं व्यवहारगत मनोविज्ञान जैसे पहलू प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण हिस्से होने चाहिएं.
मोदी ने कहा कि नेतृत्व कौशल महत्वपूर्ण हैं और पुलिसकर्मियों में इन कौशलों के विकास की जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों की है.बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने कानून-व्यवस्था के विषय को लेकर पैदल गश्ती तथा कांस्टेबुलरी की खुफिया सेवा के महत्व पर जोर दिया.उन्होंने कहा कि आज के दिन 26 नवंबर को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था और पुलिस ने बहादुरी के साथ आतंकियों का सामना किया.मोदी ने साथ उन 33,000 शहीद पुलिसकर्मियों को भी याद किया जिन्होंने अपने दायित्व के निर्वहन के दौरान अपने प्राणों की आहूति दी.उन्होंने कहा कि पुलिस प्रमुखों के वार्षिक सम्मेलन के आयोजन के तरीके में अब बदलाव आया है.प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अनुभव साझा करने का एक मंच बन गया है जिससे नीतिगत योजना बनाने के लिए अच्छी जानकारी मिलती है.
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने अकादमी के शहीदस्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किए. उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर भी पुष्प चढाए और एक पौधा रोपा.आजादी के बाद तीसरी बार दिल्ली के बाहर सम्मेलन का आयोजन किया गया. 2014 में इसका आयोजन गुवाहाटी में हुआ था जबकि पिछले साल यह गुजरात के कच्छ में आयोजित किया गया. मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद पुलिस महानिदेशकों एवं महानिरीक्षकों की बैठक का आयोजन दिल्ली से बाहर कराने का विचार दिया था