हैदराबाद : राज्यसभा चुनाव में बागी के तौर पर उतरे कांग्रेस के विधायक अदाला प्रभाकर रेड्डी ने आज अपनी ‘‘उम्मीदवारी’’ वापस लेने की घोषणा की जिसके साथ ही आधिकारिक उम्मीदवारों के आसान निर्वाचन का रास्ता प्रशस्त हो गया. अब छह उम्मीदवार संसद के उपरी सदन के लिए छह सीटों के लिए चुनाव मैदान में हैं.
रेड्डी ने ‘सम्यक आंध्र’ (एकीकृत आंध्रप्रदेश) के मुद्दे पर चुनाव लड़ने का निर्णय किया था. उन्होंने कहा कि वह चुनाव से हट रहे हैं क्योंकि उनकी हार से यह संकेत जाएगा कि आंध्रप्रदेश को एक रखने की गति खत्म होती जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सम्यक आंध्र के हितों की रक्षा के लिए चुनाव से हट रहा हूं. अगर मैं हारता तो इस तरह की बातें उठ सकती हैं कि हमारा मकसद परास्त हो रहा है.’’ कल होने वाले चुनाव से हटने का उनका निर्णय मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के साथ बैठक के बाद आया है.
बहरहाल प्रभाकर रेड्डी तकनीक रुप से चुनाव में बने रहेंगे क्योंकि चुनाव कल होने वाले हैं और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 31 जनवरी थी. उन्होंने कहा कि पहले उन्हें वाईएसआर कांग्रेस के समर्थन का भरोसा था लेकिन अब वह पीछे हट गयी जिससे उनका चुनाव मैदान में बना रहना मुश्किल हो गया.
उनके चुनाव मैदान से हट जाने का तात्पर्य छह आधिकारिक उम्मीदवारों- कांग्रेस के के वी वी पी रामचंद्र राव, टी सुब्बारामी रेड्डी और एम ए खान, तेदेपा के टी शीतरामा लक्ष्मी और गरिकापति मोहन राव और टीआरएस के के केशव राव का आसानी से चुनाव जीत जाना है.