नयी दिल्ली :वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सत्य नडेला को माइक्रोसाफ्ट का मुख्य कार्यकारी बनाए जाने पर आज कहा कि यह दर्शाता है कि भारतीय छात्र कितने प्रतिभावान हैं.उन्होंने आज यहां श्रीराम कालेज आफ कामर्स :एसआरसीसी: के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा ‘‘कुछ भारतीय छात्र अमेरिकी या चीनी छात्रों जैसे ही तेज हैं अन्यथा कल माइक्रोसाफ्ट के प्रमुख के तौर पर 46 साल के एक भारतीय को नियुक्त नहीं किया जा सकता था.’’ उनकी इस बात पर छात्रों में जोर ताली बजाई.
हैदराबाद में पले बढे नडेला को कल सालाना 78 अरब डालर का कारोबार करने वाली दिग्गज अमेरिकी साफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसाफ्ट का नया मुख्य कार्यकारी बनाया गया. नडेला इस कंपनी के 38 साल के इतिहास में तीसरे सीईओ है. दुनिया की इस सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी के शीर्ष कार्यकारी पद पर पहली बार कोई भारतीय पहुंचा है. चिदंबरम ने कहा कि नडेला माइक्रोसाफ्ट के प्रमुख इसलिए बने क्यों कि उन्होंने उन्होंने पेशेवर कुशलता के मामले में अपने को चीनी, अमेरिकी या यूरोपीय सहयोगियों से बेहतर साबित किया.
वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय छात्रों को अपने दिमाग में रखना होगा कि उनका मुकाबला अन्य देशों के ऐसे छात्रों से है जिनको ज्ञान हासिल करने के बेहतर अवसर मिले हुए हैं. उन्होंने कहा ‘‘आपका मुकाबला अमेरिका या चीन, विशेष तौर पर चीन में बैठे अनजान छात्रों से है. वे छात्र अभी किसी ऐसे विश्वविद्यालय में पढ़ रहा है जो विश्व के 10 शीर्ष विश्वविद्यालय में शामिल है. आप ऐसे विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हें जो विश्व के शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों की सूची में कहीं नहीं है.’’ उन्होंने कहा ‘‘आप चाहें, न चाहें यह दुनिया वैश्विक है. हर कौशल को अब सिर्फ एक ही मानक, वैश्विक मानक पर आंका जाएगा.’’