नयी दिल्ली :राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के प्रतिष्ठान पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए आज मामला दर्ज किया. सेना प्रतिष्ठान पर चार पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 18 सैनिक शहीद हो गए और कई अन्य जख्मी हो गए थे. एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच अपने हाथ में ली है जिसने रविवार को मामला दर्ज किया था और यहां से 102 किलोमीटर दूर उरी में सेना प्रतिष्ठान में मौजूद साक्ष्यों को जुटाना शुरू किया था.
जैश ए मोहम्मद आतंकवादी समूह के चार आतंकवादियों से हथियार और गोला बारुद के अलावा दो मोबाइल फोन और दो जीपीएस उपकरण बरामद किए थे. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उरी में डेरा डाले हुए एनआईए की टीम चार अज्ञात आतंकवादियों के डीएनए के नमूने जुटाएगी और राज्य एवं देश के विभिन्न जेलों में बंद जैश के आतंकवादियों को उनकी तस्वीरें दिखाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि चार में से दो शव कमर से नीचे जले हुए हैं.
सूत्रों ने बताया कि आग के कारण जहां एक जीपीएस उपकरण क्षतिग्रस्त हो गया है वहीं तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता से दूसरे जीपीएस की जांच हो रही है ताकि आतंकवादी जिस रास्ते से आए थे उनका पता लगाया जा सके और यह भी पता लगाया जा सके कि क्या स्थानीय स्तर पर उनको सहयोग मिला है. जिस स्थान पर हमला हुआ है वह नियंत्रण रेखा से महज छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम दस्तावेज तैयार करेगी और चारों आतंकवादियों की पहचान साबित होते ही पाकिस्तान से औपचारिक आग्रह करेगी. सेना ने भी हमले की जांच शुरु की है जिसमें प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हमले को अंजाम देने से कम से कम एक दिन पहले आतंकवादी इलाके में घुसे थे. जांच में खामियों का पता लगाने के अलावा भविष्य में पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों से इस तरह के हमले से बचाव का भी सुझाव दिया जाएगा.
रविवार को हुए हमले में एक और जख्मी सैनिक की मौत होने के साथ ही शहीदों की कुल संख्या 18 हो गई. जम्मू-कश्मीर में सेना पर हुए हमले पर भारत ने कडी प्रतिक्रिया जताई और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी कडी निंदा की थी.