नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी द्वारा कल नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली पर अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाने के बाद आज आप कार्यकर्ताओं ने कैलाश कालोनी में जेटली के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी जल्दी ही इस विरोध प्रदर्शन के जवाब में उसी जगह प्रदर्शन करना शुरु कर दिया. भाजपा के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि आप यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर कर रही है.
भाजपा के एक नेता हरीश खुराना ने कहा, जेटली के खिलाफ आप के आरोप पूरी तरह आधारहीन हैं. वे लोकसभा चुनावों पर नजर रखते हुए सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. चूंकि दोनों ही पार्टियां एक ही जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे थे इसलिए दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच गरमागरम बहस भी हुई.
पुलिस ने जेटली के घर के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी थी. दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को एक दूसरे से अलग रखने के लिए पुलिस को अवरोधक लगाने पड़े. आप ने कल मोदी और जेटली पर आरोप लगाए थे कि वे केजरीवाल सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं. आप ने दावा किया था कि सत्ताधारी पार्टी को तोड़ने के लिए विधायकों को लुभाने के पीछे उन्हीं का हाथ है.
कल आप के विधायक मदन लाल ने आरोप लगाया था कि मोदी के एक करीबी ने उन्हें पार्टी तोड़ने के लिए 20 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव दिया था. ऐसा करने पर उस व्यक्ति ने उन्हें (मदनलाल) मुख्यमंत्री बनाने का वादा भी किया था. आरोपों के पक्ष में बिना किसी सबूत के मदनलाल ने कहा, 10-12 दिन पहले मुझे दो लोग मिले थे. उनमें से एक ने मुझे बताया कि उसका नाम संजय सिंह है और वह गुजरात से आया है. उसने कहा कि वह नरेंद्र मोदी का करीबी है.
सिंह ने मुझे बताया कि मोदी जी चाहते हैं कि मैं आम आदमी पार्टी के लगभग 10 विधायकों का समर्थन हासिल करुं. कस्तूरबा नगर के विधायक ने आरोप लगाया कि उस व्यक्ति ने उन्हें कहा था कि यदि वह 10 विधायकों को आप छोड़ने के लिए राजी कर लेते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा और उनके मंत्रिमंडल के हर मंत्री को 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
लाल ने यह दावा भी किया था कि 7 दिसंबर की मध्यरात्रि को एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन किया. उस व्यक्ति ने कहा कि एक बड़े नेता तुमसे बात करना चाहते हैं. लाल ने कहा था, जब मैंने उससे पूछा कि कौन मुझसे बात करना चाहता है तो उसने कहा अरुण जेटली. जेटली का नाम सुनकर मैंने फोन काट दिया. मैं अज्ञात नंबर पर वापस कॉल नहीं कर सका. एक ट्वीट में जेटली ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, आप के दावे बेकार हैं. आप की वैकल्पिक राजनीति में झूठ बोलना एक मूलाधिकार के रुप में शामिल है.