नयी दिल्ली: गरीबी रेखा के नीचे और मध्य वर्ग के बीच फंसे लोगों के पास पहुंचते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि कांग्रेस इन 70 करोड लोगों को बेहतर जीवन और मूलभूत सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने पर ध्यान केन्द्रित करेगी. राहुल लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र को लेकर श्रमिकों और पटरी दुकानदारों से सीधी प्रतिक्रिया ले रहे थे.
राहुल ने कहा, ‘‘नीति का मतलब यह होना चाहिए कि देश के 70 करोड़ लोगों के पास ठोस आधार हो ताकि वे आश्वस्त हो सकें कि चाहे जो भी परिस्थिति हो उनकी स्थिति उस आधार के नीचे न जाने पाये.’’ उनकी यह टिप्पणी रायपुर में दिये भाषण के एक दिन बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी का ध्यान उन लोगों के उत्थान पर रहेगा जो गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) और मध्य वर्ग के बीच आते हैं. उन्होंने कहा कि अगले पांच दस सालों में लक्ष्य यह होना चाहिए कि हम इन 70 करोड़ लोगों को मध्य वर्ग में लायें. ये वो लोग हैं जो देश को चलाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम उन्हें मध्य वर्ग में लाना चाहते हैं तो हमें उनको बुनियादी न्यूनतम समर्थन मुहैया कराना होगा .. हमें उन्हें उनके पैरों को ठोस आधार प्रदान करना होगा.
राहुल हाल के दिनों में कौशल विकास और मौजूदा हुनर को प्रखर बनाकर रोजगार सृजन और कुशल कामगारों को पहचान देने पर जोर देते रहे हैं. देश के संगठित और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने 2010 की गोरखपुर से मुंबई तक की स्लीपर क्लास में की गई अपनी ट्रेन यात्र का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों से लंबी चर्चा की थी. श्रमिकों के साथ विचार विमर्श का यह कार्यक्रम लोकसभा चुनाव 2014 के लिए पार्टी का घोषणापत्र बनाने में अनेक क्षेत्रों के लोगों को शामिल करने के पार्टी के अभियान का हिस्सा है.कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार करने के लिए विभिन्न वगो’ के लोगों से राय प्राप्त करने के अभियान के तहत राहुल गांधी ने गत शुक्रवार को वर्धा के सेवाग्राम स्थित महात्मा गांधी आश्रम में पार्टी के स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों, प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों और नौकरशाहों से बातचीत की थी. इस क्रम में राहुल अब तक अलपसंख्यकों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, युवाओं और महिला प्रतिनिधियों से चर्चा कर चुके है. अब उन्हें किसानों के साथ विचार विमर्श करना है. इसके लिए जगह का चयन अभी नहीं हुआ है. पार्टी नेता इसे उत्तर प्रदेश या हरियाणा के किसी स्थान पर आयोजित करने का विचार रख रहे हैं.