नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने एक बार फिर संवैधानिक संस्थाओं पर निशाना साधते हुये कहा कि इन संस्थाओं की वजह से ही देश में भ्रष्टाचार बढ़ने की धारणा व्याप्त हुई है, जबकि सचाई यह है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में स्थिति खराब नहीं हुई है. चिदंबरम ने बीबीसी को दिये गये साक्षात्कार में कहा ‘‘मैं मानता हूं कि भ्रष्टाचार है. लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि स्थिति और बिगड़ी है.’’ चिदंबरम से पूछा गया था कि सर्वेक्षण में 92 प्रतिशत लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामले में स्थिति और खराब हुई है.
वित्त मंत्री ने कहा ‘‘भ्रष्टाचार को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है. अब हम कुछ नीतिगत निर्णयों की ओर देख रहे हैं जिनमें भ्रष्टाचार को लेकर बहस हो सकती है और चूंकि इन मामलों को कुछ संवैधानिक संस्थाओं ने काफी बढ़ा चढ़ाकर प्रस्तुत कर दिया, यही वजह है कि भ्रष्टाचार के बारे में आज ऐसी व्यापक धारणा बनी है कि स्थिति पहले से काफी खराब हुई है.’’चिदंबरम ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार की समस्या को समझती है और इससे निपट रही है.