अहमदाबाद : आतंकवाद के आरोप में जेल में बंद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के संबंध में शिंदे के बयान को अल्पसंख्यक समुदाय को रिझाने वाला निर्लज्ज बयान करार देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि यह देश के हिसाब से काफी स्तरहीन है.
उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपने कैबिनेट सहकर्मीं को यह सुझाव देने के लिए कहा कि वे केवल अल्पसंख्यकों पर ध्यान केंद्रित नहीं करें क्योंकि राजनीतिक आतुरता के लिए सिद्धांतों की कुर्बानी नहीं दी जा सकती.
सिंह को लिखे पत्र में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि शिंदे के बयान से देश की आपराधिक न्याय प्रणाली के बारे में गलत संदेश जायेगा और कानून लागू करने वाली एजेंसियां हतोत्साहित होंगी.
मोदी ने लिखा है
अपराध अपराध होता है. वो ये नहीं देखता कि अपराधी किस धर्म का है. अपराधी के धर्म के आधार पर ये तय नहीं होना चाहिए कि वो दोषी है या बेगुनाह. केंद्र की ऐसी कोशिशों के चलते मुकदमों की सुनवाई में देरी की पूरी आशंका है.
ऐसा होने पर आरोपी को ज्यादा वक्त तक सलाखों के पीछे रहना होगा. आतंक से जुड़े केसों की जल्दी से सुनवाई होनी चाहिए. ताकि आतंक के खिलाफ लड़ाई तेज हो सके और जो बेगुनाह हैं उन्हें रिहा किया जा सके. हमें सुनिश्चित करना होगा कि बिना भेदभाव के इंसाफ दिया जाएगा. गृहमंत्री शिंदे की राज्यों को लिखी चिट्ठी किसी भी मायने में सही नहीं कही जा सकती है. सियासत के चलते ऐसी बातों से देश नीचे चला जाएगा.