रायपुर : इनदिनों छत्तीसगढ़ की राजनीति अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे और पनामा पेपर्स को लेकर गरम है. विपक्षी दल कांग्रेस ने पूरे मामले में जोर-शोर से राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके बेटे सांसद अभिषेक सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस ने मामले को लेकर दोनों के इस्तीफे की मांग की है. अपना और बेटे के नाम के उछाले जाने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और कहीं किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है. गुरुवार शाम पत्रकारों से बातचीत में रमन सिंह ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे के जाल में कांग्रेस के बड़े राष्ट्रीय नेता फंस चुके हैं यहीं कारण है कि मामले को भटकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पता नहीं प्रशांत भूषण का प्यार मुझपर इतना क्यों उमड़ता है कि मेरे बारे में हमेशा बोलते रहते हैं.
रमन सिंह ने कहा कि मामले को लेकर स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई के लिए अपने वक़ीलों से सलाह मशवरा करेंगे. आपको बता दें कि गुरुवार को दिल्ली में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रमन सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर के लिए 65.7 लाख डॉलर का भुगतान किया, उसमें से 15.7 लाख डॉलर कमीशन के तौर पर दिए गए, जबकि 13 से 26 लाख डॉलर में वैसे हेलीकॉप्टर मिलने में कोई परेशानी नहीं होती. दोनों ने अगस्ता वेस्टलैंड विवाद से रमन सिंह के पुत्र अभिषेक को जोडते हुए कहा कि अभिषेक ने 3 जुलाई, 2008 को क्वेस्ट हाइट्स लिमिटेड नामक कंपनी बनाई थी और इसके करीब छह महीने पहले राज्य सरकार की ओर से ‘शार्प ओशन’ नामक एजेंट कंपनी को भारी-भरकम भुगतान किया गया था.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने पनामा पेपर्स मामले को लेकर मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे और सांसद अभिषेक सिंह के नाम ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में बैंक खाता होने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि अगर यह अभिषेक सिंह का खाता नहीं है तो आख़िर वह कौन है जिसने उनके पिता रमन सिंह का पता दिया है.