नयी दिल्ली : 16 अप्रैल को आईएनएस निरीक्षक में हुए हादसे में नौसेना के एक नाविक को अपने पैर गंवाने पड़े हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार आईएनएस निरीक्षक पर डाइविंग उपकरणों की जांच के दौरान धमाका हुआ था जिसमें 3 लोग घायल हो गए थे. घायलों में से एक नाविक को अपने पैर गवाने पड़े जबकि दो नाविक बुरी तरह घायल हो गए. फिलहाल इनका इलाज चल रहा है और इनकी हालत स्थिर है.
One of three injured sailors had his right leg amputated after he sustained serious injuries. All 3 injured hospitalized and are stable now.
— ANI (@ANI) April 20, 2016
घटना 16 अप्रैल को आईएनएस निरीक्षक में घटी और अभी तक इस पर चुप्पी साध रखी नौसेना ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है. नौसेना के एक अधिकारी ने कहा कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब गोताखोरी के लिए इस्तेमाल होने वाली बोतल चार्ज की जा रही थी. यह 12 इंच की आक्सीजन की बोतल होती है जिसे गोताखोर अपने साथ ले जाते हैं.
उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के इतिहास में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं घटी. ‘‘यह विस्फोट उस समय हुआ जब चालक दल के सदस्य पोत के डेक पर काम कर रहे थे.’ इस घटना में तीन नाविक घायल हुए. उनमें से एक को गंभीर चोटें आईं और उसका दाहिना पैर घुटने से काट दिया गया है. दो अन्य नाविकों के पेट और पैर में चोटें आईं. घायल नाविकों को त्रिवेन्द्रम के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
उन्होंने कहा कि इन नाविकों की हालत स्थिर बताई गई है और अब इन्हें मुंबई ले जाया गया है. नौसेना का यह पोत विशाखापत्तनम से मुंबई जा रहा था.