नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 13 जनवरी को 2800 मेगावाट की क्षमता वाले परमाणु बिजली संयंत्र की आधारशिला रखेंगे. फतेहगढ़ जिले में 22,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस संयंत्र में 700.700 मेगावाट क्षमता वाली चार इकाइयां होंगी.
संयंत्र का निर्माण दो चरणों में होगा. दो इकाइयों वाले पहले चरण को निर्माण शुरु होने के बाद 60 माह में पूरा कर लिया जायेगा. अगली दो इकाइयों का काम बाद के चार वर्ष में पूरा होगा. हरियाणा मुख्यमंत्री के पुत्र एवं रोहतक के सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज यहां कहा कि परमाणु संयंत्र से राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी.
उन्होंने परमाणु संयंत्र गठित करने का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया. ‘‘विपक्षी दल केवल विरोध के मकसद से विरोध करते हैं. हरियाणा सरकार की प्राथमिकता राज्य का विकास करना है.’’हुड्डा हरियाणा विकास संदेश यात्र के समापन के अवसर पर यहां बोल रहे थे. यह पिछले सात सालों से हर वर्ष निकाली जाती है. इसका मकसद राज्य सरकार की कल्याणकारी नीतियों, योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी को उजागर करना है.