नयी दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड के साथ विवादास्पद वीवीआईपी हेलिकॉप्टर की खरीद को लेकर हुए सौदे को रद्द करने के एक दिन बाद रक्षा मंत्रालय ने आज एंग्लो इतालवी फर्म द्वारा दी गई तकरीबन 1700 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी को भुनाने की कार्यवाही शुरु कर दी.
इसकी शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने आज जोर दिया कि भारत अपना कोई भी धन नहीं खोएगा. भारत ने पहले ही 3600 करोड़ रुपये के सौदे में 30 फीसदी रकम का भुगतान कर दिया था.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्रालय कोई भी धन खोने नहीं जा रहा है. भारत कोई भी धन नहीं खोएगा.’’ अधिकारी ने यह बात इस चिंता के बीच कही कि पहले ही किए जा चुकी रकम के भुगतान का क्या होगा. ऐसा बताया जाता है कि अगस्ता वेस्टलैंड ने 20 करोड़ यूरो (तकरीबन 1700 करोड़ रुपये ) सौदे के लिए बैंक गारंटी के तौर पर अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बैंकों में जमा किए थे.