18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जासूसी मामले में जांच आयोग गठन को अदालत में चुनौती देगी भाजपा

नयी दिल्ली : गुजरात सरकार द्वारा एक महिला की कथित जासूसी मामले की पड़ताल के लिए जांच आयोग गठित करने के केंद्र के फैसले को नरेंद्र मोदी को परेशान करने वाला बताते हुए भाजपा ने आज संकेत दिया कि वह इसे अदालत में चुनौती देगी. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा, मुझे पूरा […]

नयी दिल्ली : गुजरात सरकार द्वारा एक महिला की कथित जासूसी मामले की पड़ताल के लिए जांच आयोग गठित करने के केंद्र के फैसले को नरेंद्र मोदी को परेशान करने वाला बताते हुए भाजपा ने आज संकेत दिया कि वह इसे अदालत में चुनौती देगी.

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि इस फैसले को अदालतों में कानूनी तौर पर चुनौती दी जा सकती है. यह निर्णय संविधान के संघीय ढांचे का भी उल्लंघन है. उन्होंने कहा, यह निर्णय राजनीति से प्रेरित है. आयोग का गठन संविधान के संघीय ढांचे का उल्लंघन है. यह राज्यों का अपमान है. मुझे उम्मीद है कि राज्यों के मुख्यमंत्री इस कदम का विरोध करेंगे.

गुजरात सरकार द्वारा उक्त मामले की पड़ताल के लिए जांच आयोग गठित करने के बावजूद केंद्र की ओर से भी समानांतर आयोग बनाने को कानूनी रुप से संदिग्ध बताते हुए उन्होंने कहा कि यह अदालत में चुनौती देने लायक है.

जेटली ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनवों में बुरी तरह मात खाने पर भी कांग्रेस पार्टी ने सबक नहीं सीखा है. नरेंद्र मोदी से राजनीतिक रुप से निपटने की बजाय जांच एजेंसियों और अब जांच आयोग से निपटने की उसकी रणनीति बरकरार है.

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के कथित इशारे पर गुजरात में एक महिला की जासूसी के मामले की पड़ताल के लिए जांच आयोग नियुक्त करने का फैसला किया है.

गुजरात सरकार ने हालांकि मामले की जांच के लिए एक आयोग का पहले ही गठन कर रखा है, लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल का फैसला इन ताजा दावों के परिप्रेक्ष्य में आया है कि कथित जासूसी मामला केवल गुजरात राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उसकी सीमाओं से बाहर का भी मामला है.

जेटली ने कहा, केंद्र सरकार द्वारा यह बहाना बना कर कि यह मामला एक से अधिक राज्य का है, समानांतर आयोग गठित करने का कोई आधार नहीं है.

भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने सरकार पर आरोप लगाया, यह राजनीतिक बदले की भावना से किया गया फैसला है. स्पष्ट रुप से फासीवादी कांग्रेस ने आपातकाल की मानसिकता से ऐसा फैसला किया है और भाजपा ऐसी किसी भी चुनौती का मुकाबला करेगी और हर मंच पर संघर्ष करेगी.उन्होंने कहा कि जांच राज्य का विषय है, उसमें केंद्र की ओर से जांच बिठाना उसके अधिक उत्साह का संकेत है. इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी अपने राजनीतिक विरोधियों का दमन करने के लिए कोई भी तरीका अपना सकती है.

सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस को जनता ने लगातार नकारा है और वह मोदी से राजनीतिक बदला लेने के लिए हर हथकंडा अपना रही है क्योंकि वह मोदी के सामने राजनीतिक रुप से कहीं टिक नहीं पा रही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें