नयी दिल्ली : देवयानी खोबरागेड की गिरफ्तारी के बाद भारत की ओर से की गयी कार्रवाई के बाद से दोनों देश आमने-सामने हैं. अमेरिका ने रविवार को मुंबई में नरेंद्र मोदी की रैली को अमेरिकी दूतावास और मोदी की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की थी. इसके बाद भारत ने बयान जारी कर कहा कि किसी राजनेता की सुरक्षा की जिम्मेदारी उसकी है और कोई दूसरा देश यह तय नहीं कर सकता कि राजनैतिक दल अपनी सभाएं कहां आयोजित करेंगे. हाल ही में अमेरिकी दूतावास के बाहर से बैरीकेड्स हटाने के बाद भारत ने कहा कि अमेरिकी संपत्तियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं हुआ है.
अमेरिकी प्रशासन ने मुद्दा उठाया था कि मोदी की रैली में भाग लेनेवालों से उसके वाणिज्य दूतावास को खतरा हो सकता था. मोदी की रैली बांद्रा के एमएमआरडीए मैदान में हुई थी, इसी क्षेत्र में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास है. अमेरिका की चिंता को खारिज करते हुए भारत ने कहा कि देश के एक राजनैतिक दल की रैली पर सवाल खड़े करना स्वीकार नहीं है. भाजपा ने रैली में पहले अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल को निमंत्रण भेजा था, लेकिन देवयानी मामले के चलते निमंत्रण वापस ले लिया गया. रैली से पहले अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा और कड़ी कर दी गयी थी.
* देवयानी को पेशी से मिली छूट : संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में देवयानी के तबादले को मान्यता के साथ उन्हें न्यू यॉर्क की कोर्ट में पेशी से छूट मिल गयी है. 12 दिसंबर को गिरफ्तारी व बेल पर रिहा होने के बाद देवयानी को पूर्ण राजनयिक छूट देने के लिए सरकार ने उनका संयुक्त राष्ट्र में तबादला कर दिया था.
* जयशंकर आज पहुंचेंगे अमेरिका : देवयानी की गिरफ्तारी व कपड़े उतरवा कर तलाशी लिये जाने से उत्पन्न रोष के बीच अमेरिका में भारत के नये राजदूत एस जयशंकर मंगलवार को पदभार संभालने अमेरिका पहुंचेंगे. जयशंकर चीन में भारत के राजदूत थे. वे ऐसे समय में अमेरिका आ रहे हैं, जब द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट पिछले एक दशक में निम्नतम स्तर पर है.