नयी दिल्ली : सऊदी अरब में 10 साल की सजा काटने के बाद एक आतंकी को भारत भेजा गया है जो सऊदी में तेल संस्थानों को बम से उड़ाने की योजना पर काम कर रहा था. भारत में वह आंध्र प्रदेश में ब्लास्ट की साजिश रचने का आरोपी है. फरवरी के शुरूआती सप्ताह में अब्दुल अजीज उर्फ गिद्दाह को भारत लाया गया. अब्दुल अजीज के बारे में बताया जाता है कि वह आतंकी गतिविधियों का मास्टर माइंड है और उसे वर्ष 2005 में सऊदी में अरेस्ट किया गया था. वह इराक में जाकर अमेरिकी सुरक्षा बलों से भिड़ने का प्लान तैयार कर रहा था.
जानकारी के मुताबिक अब्दुल ढाका से जेद्दाह गया था वहां वह एक पाकिस्तानी आतंकी के घर रुका था उसके बाद वह चेचन्या भी गया था. अजीज अगले महीने जेद्दाह से बाहर निकलने का प्लान कर रहा था तमी सऊदी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अजीज के सऊदी जेल से रिहा होने के बाद उसे भारत को सौंप दिया गया. अजीज जिहाद की तैयारी कर रहा था और वह भारत के अलावा बोस्निया और चेचेन्या के लिये तैयार किया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी अजीज को पाकिस्तान के लश्करे तैयबा के हैंडलर सलीम जुनैद भारत में जिहाद के लिये तैयार कर रहे थे. तब अजीज ने भारत में अपनी जरूरत ना होने की बात बतायी थी और कहा था कि भारत में मुस्लिमों की स्थिति दुनिया के दूसरे मुल्कों से खराब नहीं है.
अजीज के बारे में बताया जाता है कि वह बाबरी प्रकरण के बाद भारत के खिलाफ मोटी रकम लेकर युद्ध के लिये तैयार था लेकिन अजीज को हैदराबाद पुलिस ने 2001 में गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई. जमानत पर रिहा होने के बाद वह बांग्लादेश गया और वहां से उसने बांग्लादेश पासपोर्ट हासिल करने की कोशिश की कामयाब नहीं होने पर दुबारा उसे इंडिया आना पड़ा. उसपर आरोप है कि वह अपने आतंकवादी सहयोगी मौलाना नसीरूद्दीन के साथ मिल अहम डैम और सिकंदराबाद में गणेश मंदिर को टारगेट करने पर काम कर रहा था. वह युवाओं को ट्रेनिंग भी दे चुका था लेकिन ऐन वक्त पर वह गिरफ्तार हुआ. अजीज बेंगलुरु से हाबड़ा होते हुए बांग्लादेश गया और उसे वहां का पासपोर्ट मिला जहां से वह मक्का के लिये वीजा लेकर जेद्दाह के लिये रवाना हो गया.