नयी दिल्ली : दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है. इस मामले की जांच करने के लिए बनाये गये जांच कमेटी के चेयरमैन ने बड़ा खुलासा किया है कि इस मामले में एक बड़ी वीआईपी को फंसाने के लिए उनपर दबाव बनाया जा रहा है.
चेयरमैन चेतन सांघी ने इसको लेकर गृह सचिव राजीव महर्षि को चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने अपने खत में इस बात का खुलासा किया है. सांघी ने बताया कि डीडीसीए मामले की जांच रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंप दी गयी है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि उनपर लगातार एक वीआईपी का नाम लेने का दबाव बनाया जा रहा था.
जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में डीडीसीए को बर्खास्त करने की सिफारिश की गयी है. हालांकि जांच रिपोर्ट में किसी भी व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया है. 237 पेज के रिपोर्ट में माना गया कि डीडीसीए में बड़े स्तर की गड़बड़ी चल रही है.
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डीडीसीए मामले में अरुण जेटली पर गंभीर आरोप लगाये हैं. जिसके बाद जेटली ने उन पर व उनके सहयोगियों पर 10 करोड़ का मानहानि का मुकदमा किया है. वहीं, भाजपा के निलंबित सांसद कीर्ति झा आजाद भी जेटली के खिलाफ इस मामले में बीते नौ साल से मोर्चा खोल रखा है.