नयी दिल्ली : चार राज्यों के चुनावी रुझानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि उनके लिए यह सबक है कि अगर रैलियों में भीड कम आये, तो निश्चित तौर पर यह बडे संकट का संकेत है.
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के लिए यह सबक है कि बडी जनसभाओं का मतलब हमेशा वोट नहीं होता लेकिन जनसभाओं में लोग कम आयें, तो यह बडे संकट का संकेत है.
उन्होंने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की बडी रैलियों और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैलियों में भीड़ कम आने का हालांकि कोई सीधा जिक्र नहीं किया.
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन का सीधे जिक्र नहीं करते हुए उमर ने माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर कहा कि नये चेहरे और नये संदेश के साथ आने वाले नये लोगों को हल्के में नहीं लेना चाहिए.नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर की सरकार को अगले साल जनादेश हासिल करना है.