प्रतिष्ठित अंगरेजी अखबर द हिंदू की संपादक मालिनी पार्थसार्थी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के संबंध में संस्थान में सभी सहकर्मियों को प्रबंधन द्वारा सूचित कर दिया गया है. हालांकि संपादक पद छोड़ने के बाद मालिनी द हिंदू के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर की पूर्णकालिक सदस्य बनी रहेंगी.
मालिनी ने अपना पद शीर्ष प्रबंधन से मतभेद उत्पन्न होने के आधार पर छोड़ा है. उनके नेतृत्व में पिछले साल अखबार का मुंबई संस्करण शुरू किया गया था. सूत्रों के अनुसार, मुंबई संस्करण की लांचिंग के दौरान अधिक व्यय व कई अहम लोगों की संस्थान से विदाई के कारण मालिनी व शीर्ष प्रबंधन मेें मतभेद उभर आये थे.
समाचार वेबसाइट द न्यूज मिनट ने अपनी खबर में मालिनीके उस पत्र का उल्लेख किया गया है, जिसमें उन्होंने अपने सहकर्मियों को अपने इस्तीफेकेबारे में बताया है. उन्होंनेपत्रमें लिखा है कि पिछले 11 महीने में संपादक के रूप में मेरे परफाॅरमेंस को लेकर एक सामान्य असंतोष देखने को मिला, इस कारण तत्काल प्रभाव से मैं अपना पद छोड़ रही हूं. मालिनी ने अपने कार्यप्रदर्शन के आकलन के तरीके पर असंतोष प्रकट किया है. हालांकि उन्होंने प्रतिभाशाली लोगों को संस्थान से जोड़ने व अपने पत्रकारीय मूल्यों पर संतोषवगर्व प्रकट किया है और कहा है कि वे संस्थान की बोर्ड में स्थायी सदस्य बनी रहेंगी.
फरवरी 2015 में वे द हिंदू की पहली महिला संपादक बनायी गयी थीं. उस समय बोर्ड ने उम्मीद जतायी थी कि वे संस्थान को नयी उंचाई पर ले जायेंगी.
द हिंदू के बोर्ड के चेयरमैन एन राम के हवाले से दी न्यूज मिनट वेबसाइट ने लिखा है कि मालिनी पार्थसार्थी के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है. फिलहाल सुरेश नामबथ संपादक के रूप में दिन प्रतिदिन का काम देखेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि इसके संबंध में संस्थान के सभी सदस्यों को सूचित कर दिया गया है.