हैदराबाद : पिछले महीने फैलिन तूफान के कहर मचाने के बाद अब लहर तूफान के आने की सूचना दी गई है. यह चक्रवात कुछ ही घंटों में तटीय आंध्र में दस्तक देकर भारी तबाही मचा सकता है. ‘लहर’ के कहर से निपटने के लिए आंध्र प्रदेश ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
तूफान के असर से अगले 48 घंटो के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश मे कुछ स्थानो पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है या गरज के साथ बौछारे पड सकती है.इस अवधि के दौरान तेलंगाना और रायलसीमा के दूरदराज के स्थानो पर भी वर्षा या गरज के साथ छींटे पडने की संभावना है. अगले दो दिन हैदराबाद और उसके आसपास आसमान पर आंशिक तौर पर बादल छाये रहेगे.
विशाखापत्तनम से मिली रिपोर्ट के मुताबिक 27 नवंबर की दोपहर मे आंध्रप्रदेश के उत्तरी तट पर हल्की बारिश होने का अनुमान था लेकिन 28 नवंबर के बाद धीरे धीरे कई इलाको में बारिश तेज होने वाली है. आंध्रप्रदेश मे पहुंचने पर तूफान की गति 170 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटे हो सकती है.
तूफान की आशंका के कारण मछुआरो को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है और समुद्र मे मछलियां पकडने गए मछुआरो को तत्काल लौटने का निर्देश दिया गया है.
तूफान की गंभीरता को देखते हुये मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने आज तैयारियों की समीक्षा के लिये बैठक बुलाई. उन्होने इस बैठक मे मुख्य सचिव पी के मोहंती और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी से स्थिति का जायजा लिया.तूफान के मद्देजनर दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक पी के श्रीवास्तव ने आज मुख्य सचिव से सचिवालय में मुलाकात की.श्री श्रीवास्तव ने आज शाम एक उच्च स्तरीय बैठक मे रेल प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया.
अफसरों ने बताया कि तटीय आंध्र के एलुरु, काकीनाडा, राजामुंदरी और विशाखापट्टम के चार अहम स्थानों पर तैनाती के लिए सेना की चार टुकडियां मंगाई गई हैं. सेना की टीम के पास किसी पीड़ित के इलाज समेत विभिन्न कामों के लिए उपकरण होंगे. राज्य सरकार ने पहले ही तटीय जिलों के कलेक्टरों को कंट्रोल रूम खोलने, अफसरों के निगरानी दल बनाने, खाना और दवाएं जैसी जरूरी चीजों का स्टॉक करने के साथ ही पीने के पानी की सप्लाई का इंतजाम करने के आदेश जारी कर दिए हैं.