तिरुवनंतपुरम : कोल्लम में प्रधानमंत्री की शिरकत वाले एक समारोह से केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को बाहर रखे जाने पर उपजे विवाद के बीच एसएनडीपी के नेता वेल्लापल्ली नातेसन ने आज इस फैसले की जिम्मेदारी ली है. नातेसन श्री नारायण धर्म परिपालन योगम (एसएनडीपी) के प्रमुख हैं. यह संगठन पिछडे एझवा समुदाय का संगठन है, जो कि कल कोल्लम में पूर्व मुख्यमंत्री आर शंकर की प्रतिमा के अनावरण का आयोजन कर रहा है. अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है. नातेसन ने कहा कि समारोह से चांडी का नाम हटाने के लिए वह :नातेसन: जिम्मेदार हैं न कि भाजपा नेतृत्व. इस मामले के लिए भाजपा नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था.
नातेसन ने कोल्लम में कहा, ‘‘भाजपा या किसी और की तरफ से मुख्यमंत्री को समारोह में शामिल होने से रोकने को लेकर कोई दबाव नहीं रहा।” केरल में कांग्रेस पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि जब कल मोदी कोल्लम के एस एन कॉलेज में एसएनडीपी के नेता की प्रतिमा का अनावरण करेंगे तो विरोध जताने के लिए वह शंकर की प्रतिमा के सामने प्रार्थना सभा आयोजित करेगी. चांडी कोच्चि में प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे और वह उन्हें कोल्लम समारोह से खुद को दूर रखे जाने के बारे में भी बता सकते हैं. चांडी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि वेल्लापल्ली नातेसन के अनुरोध पर समारोह से दूर रखे जाने को लेकर वह ‘‘बेहद दुखी” हैं.
उन्होंने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री की मौजूदगी के चलते और शंकर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख होने के चलते समारोह में मौजूद रहना चाहिए था लेकिन आयोजक के अनुरोध के बाद वह समारोह से दूर रहने के लिए विवश हैं. हाल में हुए निकाय चुनावों के बाद से एसएनडीपी भगवा पार्टी के साथ मेलमिलाप बढा रही है. अगले साल केरल में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा एसएनडीपी के साथ संभावित गठजोड के की उम्मीद कर रही है. एसएनडीपी ने हाल ही में भारत धर्म जन सेना के नाम से एक पार्टी उतारी है, जिसका उद्देश्य विभिन्न हिंदू संगठनों को एक मंच पर लेकर आना है.