आगरा: भ्रष्टाचार एवं ‘विभाजनकारी’ राजनीति को करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी ने आज लोगों का आह्वान किया कि देश को विकास एवं समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए राष्ट्र को ऐसे ‘दीमकों’ से मुक्त कराएं एवं भाजपा को सत्ता में लाएं. मोदी ने यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सपा और बसपा पर भी प्रहार किया और कहा कि उनकी कांग्रेस की तरह ही केवल वोटबैंक की राजनीति में रुचि है और वे उसमें अपना हित जोड़कर उससे (कांग्रेस से) भी आगे निकल गए हैं.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि कांग्रेस ‘अहंकारी’ एवं ‘मोटी चमड़ी वाली’ है और उसे लोगों की कोई परवाह नहीं है क्योंकि वह यह मानकर चलती है तो जनता तो उसकी जेब में है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस दीमक की तरह है.’’उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली की कांग्रेस पार्टी की भारत की प्रगति में दिलचस्पी नहीं है. उन्हें राष्ट्र की तकदीर बदलने में रुचि नहीं है. उन्हें वोटबैंक की राजनीति की लत पड़ गयी है. वे हमेशा ही जोड़तोड़ की राजनीति करते हैं. यही वजह है कि वे 25 फीसदी लोगों को साथ रखते हैं और शेष 75 फीसदी को नजरअंदाज करते हैं. यही कांग्रेस पार्टी की निशानी है. ’’
मोदी ने कहा, ‘‘यह (कांग्रेस) फूट डालो, राज करो अपनाकर.. विभाजन करने वाली पार्टी है, यही उसका स्वभाव है….. कांग्रेस ने आजादी के वक्त देश का विभाजन कर दिया….उसने वंदे मातरम को बांट दिया, कश्मीर में अलग कानून की इजाजत दे दी, तथा जनता को पानी, भाषा जैसे मानकों के आधार पर बांट दिया…. उसने उत्तर-दक्षिण एवं शहरी ग्रामीण का विभाजन पैदा किया. ’’ उन्होंने सपा और बसपा जैसे दलों पर अपना प्रहार तेज करते हुए कहा,‘‘उन्होंने कांग्रेस से यह :वोटबैंक की राजनीति: चुराया और उसमें अपना रंग लगा दिया और अब वे अब एक दूसरे से होड़ कर रहे हैं. फलस्वरुप उनमें इस बात की प्रतिस्पर्धा छिड़ गयी है कि वोटबैंक की राजनीति में कौन आगे रहे.’’उन्होंने कहा, ‘‘सपा और बसपा कांग्रेस के पापों के परिणाम हैं. इस वोटबैंक की राजनीति ने देश को बर्बाद कर दिया है. आज, राष्ट्र विकास के पथ पर चलना चाहता है. भाजपा राष्ट्र एवं जनता को एकजुट रखने की राजनीति करती है. भाजपा वोटबैंक की राजनीति से उपर है और वह विकास की राजनीति करती है.’’