बेंगलूर : कनार्टक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और उनके परिवार के सदस्य अवैध खनन में रिश्वतखोरी से जुडे एक मामले के सिलसिले में आज यहां सीबीआई की अदालत में पेश हुए.
इस मामले में 13 अभियुक्तों में से एक को छोड़कर सभी 12 अभियुक्त सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एम एस बालकृष्णा के समक्ष पेश हुए. इनमें येदियुरप्पा उनके बेटे लोकसभा सदस्य राघवेन्द्र बी वाई विजयेन्द्र दामाद आर एन सोहन शामिल थे. विशेष सरकारी वकील ने मामले में दो अभियुक्तों के जमानती की सत्यापन रिपोर्ट दायर करने के लिये अदालत से समय देने का अनुरोध किया. इस पर न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई एक जुलाई के लिये स्थगित कर दी.
अदालत ने दस दिसम्बर को कुछ शर्तों के साथ सभी 13 अभियुक्तों को जमानत दी थी. प्रत्येक को दो लाख रुपये का निजी मुचलका और उनकी ही जमानती राशि भरने का आदेश दिया गया था. सीबीआई ने अभियुक्तों के खिलाफ पिछले साल अक्तूबर में एक अभियोग पत्र दायर किया था. इनमें बेल्लारी स्थित एक निजी स्टील कम्पनी और बेल्लारी की पांच कम्पनियां तथा येदियुरप्पा के परिवार द्वारा संचालित शिमोगा स्थित एक ट्रस्ट के एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष शामिल है. इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता भ्रष्टाचार रोधी कानून 1988 और कर्नाटक भूमि (प्रतिबंध पर) हस्तांतरण कानून के तहत आरोप हैं. अवैध खनन पर लोकायुक्त रिपोर्ट में अभ्यारोपित किये जाने के बाद येदियुरप्पा ने जुलाई 2011 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.