अहमदाबाद : गुजरात में पटेल समुदाय के आरक्षण को लेकर सुर्खियों में आए हार्दिक पटेल के लिए एक बुरी खबर है. हार्दिक के खिलाफ राजद्रोह के मामले में उनके वॉयस टेस्ट का नमूना पॉजीटिव पाया गया है. लोगों को भड़काने के लिएकिए गए फोन कॉल के नमूने से हार्दिक के वॉयस का नमूना टेस्ट के दौरान एक पाया गया है.
सूचनाके मुताबिक गांधीनगर के अपराध विज्ञान प्रयोगशाला के अधिकारी ने यह जानकारी दी. प्रयोगशाला ने शहर के क्राईम ब्रांच के कहने पर यह परीक्षण किया था. पटेल के खिलाफ सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने और राजद्रोह की प्राथमिकी पिछले महीने दर्ज हुई थी. इसी संदर्भ में हार्दिक पटेल का स्वर नमूना लिया गया था जिसका परिणाम आज पॉजीटिव रहा. हार्दिक पटेल अभी भी सूरत की जेल में बंद हैं.
जानकारी के मुताबिक वॉयस टेस्ट की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि क्राइम ब्रांच ने दावा किया था कि पटेल के फोन की आवाज जो पकड़ी गयी थी. उससे पता चलता था कि वह ऐसी गतिविधियों में संलग्न हैं जो राजद्रोह एवं सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बराबर है. एफएसएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान छुपाते हुए जानकारी दी है कि हार्दिक के स्वर परीक्षण का नतीजा पॉजीटिव पाया गया है. आज वह रिपोर्ट अपराध शाखा को सौंप दी गयी है.
क्राइमब्रांच ने हार्दिक पटेल के खिलाफ 21 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन्हें अरेस्ट किया था. पटेल के साथ उनके पांच सहयोगियों को भी पुलिस ने दोषी ठहराया था. पुलिस ने दावा किया था कि पटेल और उनके सहयोगियों के बीच फोन पर बातचीत पकड़ी गयी थी जिसमें यह खुलासा हुआ था कि पटेल ने रैली के बाद पटेल समुदाय के युवकों से हिंसा और दंगा भड़काने के लिए उकसाया था.
क्राइम ब्रांच ने अपने दावे की पुष्टि के लिए हार्दिक के वॉयस का नमूना भी लिया था ताकि यह साबित हो कि हार्दिक ने ही वह फोन कॉल किए थे.