रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग मतदान को प्रभावित करने के लिए माओवादियों के भेष में जंगल में मौजूद हैं. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चरण दास महंत ने राज्य सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने के दौरान कहा कि राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर और राजनांदगांव क्षेत्र के 18 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होना है और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए आरएसएस के लोग जंगल में माओवादियों के भेष में मौजूद हैं. वहीं यह भी जानकारी मिली है कि नक्सली उन्हें तलाश कर रहे हैं.
महंत ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में नक्सली समस्या के समाधान करने में विफल रही है वहीं यहां कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है. राज्य में खनिज भंडार को लूटा जा रहा है तथा ऐसा लग रहा है कि यहां सरकार है ही नहीं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में राज्य के दीर्घकालीन हितों को भारी चोट पहुंचाया. वहीं राज्य के बजट और केंद्र से मिली धनराशि का या तो सही उपयोग नहीं किया गया या फिर धन राशि लेप्स हो गई.महंत ने आरोप लगाया कि विकास कार्य के नाम पर किए गए सारे कार्य गुणवत्ता विहीन है और उनमें कहीं भी छत्तीसगढ़ी संस्कृति और कला की झलक नहीं दिखाई देती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्ट्राचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं. वहीं नक्सलवादी हिंसा को राकने में राज्य सरकार जिस तरह नकामयाब हुई है उससे ऐसा लगता है कि माओवादियों के साथ भाजपा की गहरी साठगाठ है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जीरम घाटी में कांग्रेस की पर्वितन यात्रामें पर्याप्त सुरक्षा न होना कांग्रेस पार्टी और छत्तीसगढ़ राज्य के लिए भारी क्षति का विषय बना जिसके लिए भाजपा सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है.
कांग्रेस ने अपने आरोप पत्र में आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने लौह अयस्क की खदानों, कोयला खदानों, नदियों के जल और वन संपदा को राज्य के हितों के खिलाफ, बिना किसी पारदर्शी प्रक्रिया के चंद उद्योगपतियों के हवाले कर दिया गया है. इस दौरान कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर किसानों को 270 रुपए बोनस नहीं देने, महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने और प्रशासनिक रुप से अक्षम सरकार देने का आरोप लगाया है.