इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विपक्षी सांसदों ने मांग की है कि यदि अमेरिका के ड्रोन विमान देश की संप्रभुता का उल्लंघन करते हैं तो सरकार को उन्हें निशाना बनाना चाहिए.पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ की शिरीन मजारी ने संसद से कहा, ‘‘सरकार को अंतिम उपाय के रुप में ड्रोन विमानों को निशाना बनाना चाहिए. क्योंकि हम सक्षम :इन मानवरहित विमानों को मार गिराने में: हैं.’’
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मजारी द्वारा राष्ट्रीय असेंबली में कल सत्र के दौरान कही गई बातों के हवाले से कहा, ‘‘अमेरिका को यह कड़ा संदेश देने के लिए सरकार के लिए यह एक निर्णायक कदम होगा कि ड्रोनों का जवाब दिया जाएगा और ये हमें स्वीकार्य नहीं हैं.’’जमात ए इस्लामी सांसद तारिकुल्ला ने उनके विचारों का समर्थन किया.उन्होंने कहा, ‘‘हमें ड्रोनों को मार गिराना चाहिए. हम यह करने में सक्षम हैं.’’ उन्होंने याद दिलाया कि एक बार एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा था कि यदि सरकार आदेश दे तो सेना इन ड्रोन विमानों को मार गिराने की क्षमता रखती है.
रिपोर्ट के अनुसार हालांकि, अन्य सांसदों ने सलाह दी कि सरकार अमेरिका के साथ टकराव को नजरअंदाज करे और तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति योजना पर आगे बढ़े. इस हफ्ते के शुरु में एक सैन्य अभ्यास के हिस्से के रुप में एक ‘‘ड्रोन’’ को सफलतापूर्वक मार गिराया गया था.
सीआईए का ड्रोन अभियान पाकिस्तान में एक भावनात्मक मुद्दा है. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 23 अक्तूबर को हुई मुलाकात में इस मुद्दे को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष उठाया था. अमेरिकी ड्रोन हमले में 1 नवंबर को उत्तरी वजीरिस्तान कबाइली इलाके में पाकिस्तानी तालिबान का प्रमुख हकीमुल्ला महसूद मारा गया था.