नयी दिल्ली : दिल्ली मेलबर्न सिडनी मार्ग पर चलाए जा रहे एयर इंडिया के एक ड्रीमलाइनर विमान के विंडशील्ड में आज उस वक्त दरार आ गई जब विमान मेलबर्न हवाई अड्डे पर उतर रहा था. विमान में 74 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे जो सभी सुरक्षित हैं.
एयर इंडिया ने एक बयान में आज रात बताया कि लैंडिंग के बाद विंडशील्ड के बाहरी हिस्से में दरार देखी गयी. बयान में कहा गया है, ‘‘ लेकिन वायु दबाब में कोई कमी नहीं आयी थी क्योंकि विंडशील्ड की भीतरी परत पूरी तरह सुरक्षित थी.
और इसलिए इससे कोई खतरा उत्पन्न नहीं हुआ.’’ उन्होंने कहा, ‘‘नया विंडशील्ड लगाया जाएगा और विमान शीघ्र तैयार हो जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि आगे की यात्रा के लिए यात्रियों को दूसरी उड़ानों में समायोजित कर दिया गया है.
एयर इंडिया का एआई-311 विमान दिल्ली से मेलबर्न के रास्ते सिडनी जा रहा था. एयर इंडिया के अधिकारियों ने आज यहां कहा कि ड्रीमलाइनर घटना के बाद मेलबर्न में उतरा. हालांकि उन्होंने कहा कि विंडशील्ड में दरार से विमान को कोई खतरा नहीं पहुंचा है क्योंकि ये बेहद मोटे कांच और प्लास्टिक की सामग्री के बने होते हैं.
उनमें से एक ने बताया, ‘‘इंजीनियर और सामग्रियां (विंडशील्ड समेत) एआई-302 (दिल्ली–सिडनी–मेलबर्न) के जरिए भेजी जा रही हैं.’’ एयर इंडिया सूत्रों ने बताया कि एयरलाइन घटना के कारणों का पता लगाने के लिए आंतरिक जांच करेगी. कुछ अधिकारियों के अनुसार हो सकता है कि विंडशील्ड उड़ान के दौरान टूटा हो.
सूत्रों का कहना है कि बाहरी तापमान में तेजी से आने वाले बदलाव इस घटना के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. हालांकि जांच के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है.
जनवरी में ड्रीमलाइनर के वैश्विक बेडे को चार महीने के लिए खड़ा रखने का फैसला किया गया था क्योंकि जापानी एयरलाइंस के विमान में बैटरी में आग लगने की दो घटनाएं सामने आई थीं.