नयी दिल्ली: दिल्ली में पिछले 15 साल में हुए विकास कार्यों और संप्रग सरकार के महत्वाकांक्षी खाद्य सुरक्षा विधेयक के तौर पर कांग्रेस की उपलब्धियां गिनाते हुए राहुल गांधी ने आज प्रवासी मतदाताओं तक पहुंच बनाने का प्रयास किया जो दिल्ली की जनसंख्या का करीब एक तिहाई हैं.
प्रदेश में विकास कार्यों के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की तारीफ करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने विकास के मुद्दों की अनदेखी के लिए विपक्ष की निंदा की लेकिन दंगा प्रभावित मुजफ्फरनगर में मुस्लिम युवाओं से आईएसआई द्वारा संपर्क साधे जाने संबंधी अपने बयान पर उठे विवाद का कोई जिक्र नहीं किया.
राहुल की दिल्ली रैली के साथ ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में सभा को संबोधित कर रहे थे. मोदी ने राहुल पर निशाना साधते हुए झांसी की रैली में कहा था कि या तो उन्हें मुस्लिम युवकों के नाम बताने चाहिए या अपने बयान के लिए सार्वजनिक रुप से माफी मांगनी चाहिए.दिल्ली के मुद्दों पर केंद्रित रहे राहुल ने कहा कि दिल्ली के मेट्रो के मॉडल को इंडोनेशिया जैसे दूसरे देशों में भी अपनाया जा रहा है. संप्रग सरकार ने दिल्ली वासियों को एक चमकता हुआ विश्वस्तरीय हवाईअड्डा दिया है.
काम और रोजगार की तलाश में खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से दिल्ली आकर बस गये लोगों को दिये संदेश में राहुल ने कहा, ‘‘जो लोग बाहर से आते हैं, हम उनके हाथों में हाथ डालकर उनके साथ आगे बढ़ते हैं.’’कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने भी राहुल के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि दिल्ली में न केवल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बल्कि अन्य राज्यों के लोग भी आकर रहते हैं. जबकि भाजपा ने शिवसेना से नाता जोड़ रखा है और उसकी नजदीकियां राज ठाकरे से भी हैं जो महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों को निशाना बनाते रहे हैं.राहुल और शीला दीक्षित ने अनधिकृत कॉलोनियों के नियमन के बारे में भी बात की जो कांग्रेस के लिए दिल्ली में एक बड़ा चुनावी मुद्दा रहा है.