गाजियाबाद: राजेश और नूपुर तलवार द्वारा ‘अचानक गुस्से’ में आरुषि और हेमराज की हत्या किये जाने की सीबीआई की कहानी को ‘पूरी तरह से आधारहीन’ बताते हुए बचाव पक्ष के वकील ने आज यहां सीबीआई अदालत में कहा कि यह साबित करने का कोई सबूत नहीं है कि हेमराज की हत्या आरुषि के कमरे में हुई थी.
बचाव पक्ष की अंतिम दलीलों के पहले दिन, तलवार दंपति के वकील तनवीर अहमद मीर ने अदालत से कहा कि सीबीआई की ‘अचानक गुस्से’ में आकर हत्या किये जाने की कहानी गुजरात फारेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के निदेशक महेंद्र सिंह दहिया की रिपोर्ट पर आधारित है.
वकील ने कहा कि तलवार दंपति पर सीधे तौर पर उंगली उठाने वाली सिंह की रिपोर्ट पूरी तरह से आधारहीन है और यह तलवार दंपति को फंसाने के लिए तैयार की गई है.