तिरुवनंतपुरम : माकपा की केंद्रीय समिति ने पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन के तीन निजी सहायकों के निष्कासन की पुष्टि कर दी है. केंद्रीय समिति के इस फैसले को अच्युतानंदन के लिए झटका माना जा रहा है जिनका माकपा के राज्य सचिव पिनयारी विजयन की अगुवाई वाले गुट के साथ टकराव चल ही रहा है. बहरहाल, अच्युतानंदन को कल उस समय राहत मिली जब पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति ने उन्हें राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से हटाने के लिए उनके प्रतिद्वन्द्वियों द्वारा डाले जा रहे दबाव में आने से इंकार कर दिया.
पार्टी की राज्य समिति में विजयन के समर्थकों का वर्चस्व है. समिति ने दिसंबर में अच्युतानंदन के प्रेस सचिव सहित तीन निजी सहायकों को इस आधार पर पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया था कि वह लोग पार्टी से जुड़ी जानकारी मीडिया को लीक कर रहे थे. इन आरोपों की जांच के बाद पार्टी की एक समिति ने पाया कि तीनों ने न केवल पार्टी से जुड़ी जानकारियां मीडिया को लीक कीं बल्कि ऐसा करते हुए कुछ नेताओं की छवि भी खराब करनी चाही.