अहमदाबाद : सूरत की एक लड़की द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम की पुलिस हिरासत की अवधि आज पूरी हो गयी और मामले की जांच कर रही एसआईटी उन्हें वापस जोधपुर ले गयी. आसाराम के वकील बी एम गुप्ता ने कहा कि पुलिस रिमांड की अवधि पूरी हो जाने के बाद आसाराम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उसके बाद उन्हें अदालत से साबरमती सेंट्रल जेल ले जाया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें वापस जोधपुर ले जाया गया. आसाराम यौन उत्पीड़न के एक अन्य आरोप में अगस्त से जोधपुर की एक जेल में बंद हैं. 72 वर्षीय आसाराम को जोधपुर की एक अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर पिछले हफ्ते यहां लाया गया था. उसके बाद उनसे गहन पूछताछ की गयी.सूरत पुलिस ने हाल ही में यौन उत्पीड़न सहित अन्य आरोपों के सिलसिले में दो शिकायतें दर्ज की थीं.
पहली शिकायत आसाराम के खिलाफ थी जबकि दूसरी साई के खिलाफ थी. सूरत की दो बहनों ने शिकायतें दर्ज करायी थीं. इस बीच पिता और पुत्र के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर बहस कल भी गुजरात उच्च न्यायालय में जारी रहेगी.
आसाराम के आश्रम में तोड़ फोड़
आसाराम बापू पर रेप का गंभीर आरोप लगने के बाद अब वलसाड में आसाराम के आश्रम में आगजनी और तोड़फोड़ की गई है.बताया जा रहा है कि आसाराम पर गंभीर आरोप लगने के बाद जमीन मालिक ने जमीन खाली करने को कहा था और खाली न करने पर ऐसा किया गया.
गुजरात के वलसाड में आसाराम के आश्रम को कथित तौर पर उनके ही दो पूर्व अनुयायियों ने आग के हवाले कर दिया है.बताया जा रहा है कि 5 साल पहले रमणभाई और महेशभाई पटेल ने जमीन दान की थी लेकिन आसाराम पर गंभीर आरोप लगने के बाद उन्होंने साधकों से जमीन खाली करने को कहा और सोमवार को आश्रम में आगजनी और तोड़फोड़ की. साधकों ने उन पर एफआईआर दर्ज करवाई है.