उन्नाव : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने सोने की तलाश में उन्नाव स्थित राजा राम राव बख्श सिंह के किले में खुदाई को लेकर की गयी टिप्पणी पर कथित रुप से अपना रुख स्पष्ट करते हुए आज कहा कि उनका मकसद साधू शोभन सरकार की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कतई नहीं था.
कानपुर से भाजपा के विधायक सतीश महाना कानपुर देहात के कक्शर में स्थित साधू शोभन सरकार के आश्रम गये और उन्हें मोदी का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि मोदी का मकसद साधू की भावना को ठेस पहुंचाने का बिल्कुल भी नहीं था, बल्कि वह तो विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने पर जोर देने के लिये खजाने की खोज संबंधी बात कह रहे थे.
मोदी के दूत बनकर आये महाना ने संवादाताओं को बताया कि उन्होंने साधू शोभन सरकार के शिष्य स्वामी ओम जी से मुलाकात करके उन्हें मोदी की भावनाओं से अवगत कराया. महाना ने कहा कि मोदी का कहना है कि लाखों लोगों की शोभन सरकार में आस्था है और वह साधुओं का हमेशा आदर करते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि शोभन सरकार को अब कोई नाराजगी नहीं है. क्षमा करना साधुओं के स्वभाव में होता है और उन्होंने हमें माफ कर दिया है. गौरतलब है कि मोदी ने हाल में अपनी रैली के दौरान कहा था कि केंद्र सरकार सोने की तलाश में खुदाई करवा कर अपनी जगहंसाई करा रही है. इसके बजाय उसे विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने की कोशिश करनी चाहिये.
साधू शोभन सरकार के आग्रह पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की जांच के बाद उन्नाव जिला प्रशासन ने गत 18 अक्टूबर को डांडियाखेड़ा गांव स्थित राजा राव राम बख्श सिंह के किले में खुदाई कार्य शुरु करवाया था.