न्यूयार्क : भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने आज कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को विवादास्पद कोयला ब्लॉक आवंटन मामले की सीबीआई जांच के दायरे से बाहर नहीं रखा जा सकता क्योंकि जब यह निर्णय लिया गया, उस समय वही सक्षम प्राधिकार थे.
जेटली ने कहा कि सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और पूर्व कोयला सचिव पी सी पारेख के नाम दर्ज करके बहुत बहुत गलत संकेत दिया है कि अनियमितताओं के लिए निवेशक और लोक सेवकों के खिलाफ जांच की जाएगी जबकि इस मामले में सक्षम प्राधिकार और कोयला विभाग का प्रभार रखने वाले प्रधानमंत्री बिना किसी नुकसान से बच जायेंगे.उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम और कोयला ब्लॉक आवंटन जैसे एक के बाद घोटाले संप्रग सरकार के प्रति मोह भंग कर रहे हैं.