नयी दिल्ली : वास्तविक नियंत्रण रेखा के इर्द गिर्द सेनाओं के बीच टकराव टालने के मकसद से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 22 अक्तूबर से शुरु हो रही तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान भारत और चीन के बीच सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है.
सुरक्षा संबंधी मामलों से जुड़ी केबिनेट कमेटी सीमा समझौते पर विचार करेगी, जिसमें दोनों देशों की सेनाओं के बीच 4000 किलोमीटर लंबी विवादित वास्तविक नियंत्रण रेखा के इर्द गिर्द टकराव रोकने की पेशकश की गई है. सूत्रों ने यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री की चीन यात्रा उनके दो देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसका पहला चरण 20-22 अक्तूबर की रुस यात्रा होगी, जिसके दौरान मनमोहन सिंह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ विचार विमर्श करेंगे.