श्रीनगर : उधमपुर में पाकिस्तान से आए आतंकवादी नावेद को जिंदा पकडने के कुछ हफ्तों बाद, कश्मीर में दो दिन के अभियान में सेना ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए पाकिस्तान के एक आतंकवादी को आज जिंदा पकड़ लिया जबकि उसके चार अन्य साथी मारे गये.
गिरफ्तार आतंकवादी की पहचान दक्षिण पश्चिम पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ के 22 वर्षीय सज्जाद अहमद के रुप में हुई है. उसे यहां से करीब सौ किलोमीटर दूर बारामूला के रफियाबाद क्षेत्र की एक गुफा से बाहर निकाला गया. सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि पकड़ा गया आतंकवादी एलईटी (लश्कर ए तैयबा) का 22 वर्षीय सदस्य है और पाकिस्तान का रहने वाला है. पकडे गये आतंकवादी को अब संयुक्त पूछताछ के लिए ले जाया जा रहा है.
घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के पांच सदस्यीय समूह में शामिल सज्जाद को कल नियंत्रण रेखा पर शुरु हुए अभियान के बाद पकडा गया. मुठभेड़ में कल एक आतंकवादी मारा गया जबकि तीन अन्य आज मार गिराए गए. कल एक सैनिक भी घायल हुआ. अधिकारियों ने कहा कि उनके पास से पांच एके राइफलें, दो ग्रेनेड लांचर, एक मानचित्र, दो जीपीएस और टूटे हुए स्मार्टफोन बरामद हुए.
पाकिस्तानी आतंकवादी को ऐसे समय पकडा गया है जब करीब तीन हफ्ते पहले पाकिस्तान से आए लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी नावेद को पांच अगस्त को उधमपुर जिले के चेनानी क्षेत्र में बीएसएफ काफिले पर एक सहयोगी के साथ मिलकर हमला करने पर पकड़ा गया था. मुठभेड़ में उसका साथी मारा गया था.
दिल्ली में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने संवाददाताओं से कहा, यह जिंदा आतंकवादी हमारे लिए सबूत है. यहां पाकिस्तान की संलिप्तता के बारे में कोई शक नहीं है लेकिन पकड़ा गया यह जिंदा आतंकवादी हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना रुख बनाए रखने में मदद करेगा और यह इस मामले को आगे और बनाने में अहम सामग्री के रुप में काम करेगा.
उन्होंने कहा, इसलिए अब हम इस तरह की गतिविधियों में पाकिस्तान की संलिप्तता को नजरअंदाज नहीं कर सकते. अब एक आम आदमी तक पाकिस्तान की भूमिका के बारे में जानता है. इसलिए यह हमारे लिए उपलब्धि है और हम इसे बुद्धिमानी से प्रयोग करेंगे. ताजा घटना की जानकारी देते हुए सेना अधिकारियों ने कहा कि 23 और 24 अगस्त की दरमियानी रात को आतंकवादियों के एक समूह के काफिरखान उंचाइयों से घुसने और उरी तथा रफियाबाद क्षेत्रों से उपर काजीनाग ढलान की तरफ बढने की एक खुफिया जानकारी मिली.
अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों से पहला सामना उस समय हुआ जब सेना के मेजर के नेतृत्व में एक टीम ने एक आतंकवादी को मार गिराया. सेना ने कहा कि बल ने मुश्किल पहाडी क्षेत्रों के कारण धीमा और व्यवस्थित अभियान चलाया और आतंकवादी 26 अगस्त की दोपहर में एक प्राकृतिक गुफा के अंदर जाकर छिप गये. उन्होंने कहा कि शाम तक गोलीबारी चलती रही जिसके बाद दूसरी तरफ से गोलीबारी पूरी तरह से बंद हो गई.
अधिकारियों ने कहा कि और जवान मौके पर पहुंचे और आतंकवादियों की खोज के लिए विशेष बलों को हवाई मार्ग से उतारा गया. एक दल को एक प्राकृतिक गुफा मिली और जांच करने पर आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी की गई. अधिकारियों ने कहा कि जवानों ने गोलीबारी का करारा जवाब दिया. अंत में उन्होंने गुफा में आंसूगैस के गोले छोडे और मिर्ची बम चलाया जिससे मजबूर होकर उन्हें बाहर आना पडा.
अधिकारियों ने कहा कि अंदर से गोलीबारी की आवाज आना बंद होने पर जवान गुफा में घुस गये ओर उन्होंने लश्कर के तीन आतंकवादियों को मृत पाया जबकि सज्जाद छिपकर रो रहा था और दया की भीख मांग रहा था जिसके बाद बलों ने उसे नहीं मारने का फैसला किया. नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा घेरे में बदलाव 15वीं कोर के निवर्तमान कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के दिमाग की सोच थी. साहा नई जिम्मेदारी के लिए सैन्य मुख्यालय चले गए हैं.
1 terrorist captured alive & 3 killed in Rafiabad encounter today, op underway (visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/L6aVhnObeS
— ANI (@ANI) August 27, 2015
* तीसरा जिंदा आतंकी लगा भारत के हाथ
भारतीय सेना के जवानों ने आज फिर से एक आतंकी को जिंदा पकड़ने में कामयाब रहे हैं. इसके साथ ही भारत अब तक कुल तीन जिंदा आतंकी को अपने कब्जे में लेने में कामयाब हुआ है. पहला जिंदा आतंकी कसाब था जिसे मुंबई हमले के दौरान पकड़ा गया और बाद में उसे फांसी दे दी गयी. उसके बाद जम्मू-कश्मीर में ही उद्धमपुर हमले में नावेद याकूब को पकड़ा गया.