भुवनेश्वर : समुद्र के उपर कई घंटों तक स्थिर रहने के बाद चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ आज तीव्र हो गया.फैलिन थोड़ा पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ रहा है और यह पारादीव के दक्षिण पश्चिम में करीब 850 किलोमीटर में केंद्रित है.
मौसम विभाग के बुलिटेन के अनुसार चक्रवात कलिंगपट्टनम के पूर्व दक्षिण– पूर्व में 900 किलोमीटर और विशाखापट्टनम के पूर्व–दक्षिण पूर्व में 950 किलोमीटर में भी स्थित है.
बुलेटिन में कहा गया, ‘‘ यह आगामी 12 घंटों में प्रचंड चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. यह पश्चिमोत्तर की ओर बढना जारी रखेगा. यह 12 अक्तूबर की रात को कलिंगपट्टनम और पारादीप के बीच ओडिशा तट और उत्तरी आंध्र प्रदेश को 175-185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ पार करेगा.’’ चक्रवात के प्रभाव के कारण ओडिशा के कई इलाकों में आगामी 24 घंटों में भारी वर्षा होने की संभावना है.
पारादीप और गोपालपुर बंदरगाहों पर डिस्टेंट वार्निंग सिगनल नंबर दो :डीडब्ल्यू–दो: को रखा गया है. ओडिशा के तट पर आगामी 12 घंटों के बाद तूफानी मौसम रहेगा.बुलेटिन में बताया गया कि गहरे समुद्र में गए मछुआरों को तत्काल तट पर लौटने को कहा गया है. समुद्र में 12 घंटों के बाद कठिन से बेहद कठिन परिस्थितियां रहेंगी.
चक्रवात के ओडिशा के तट की ओर बढने के मद्देनजर राज्य सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है और 14 जिले में कर्मचारियों की दशहरे की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कलेक्टरों से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है.बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुरदा, नयागढ़, गंजम और गजपति जिलों में अलर्ट जारी किया गया है.
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सूर्य नारायण पात्र ने लोगों से अपील की है कि वे घबराए नहीं क्योंकि सरकार आपदा से निपटने के लिए सभी संभव उपाय कर रही है.
इससे पहले ओडिशा सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रलय से राहत एवं बचाव अभियानों के लिए हेलीकाप्टर तैयार रखने को कहा था.